ताजनगरी आगरा में डेंगू और वायरल बुखार ने कोहराम मचा रखा है. प्रशासन के तमाम दावों के बावजूद भी हालात काबू में नहीं आ रहे हैं.
dengue in agra | फाइल
डेंगू और वायरल फीवर का आलम ये है कि पिछले 20 घंटों में सात बच्चों समेत 8 लोगों की मौत हो चुकी है. बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग जल्द हालात सुधरने के दावे कर रहा है.
अस्पताल में भर्ती मरीज | फाइल
डेंगू और वायरल फीवर का सबसे ज्यादा कहर देहात क्षेत्र में देखने को मिल रहा है. पिनाहट, बरहन, डौकी और धनौली में सात बच्चों ने पिछले 20 घंटे में ही दम तोड़ दिया है.
जांच करते डॉक्टर | फाइल
अगर शहर की बात की जाए तो एसएन मेडकल कॉलेज की ओपीडी और जिला अस्पताल में मरीजों की भरमार देखी जा सकती है. यही वजह है कि लोग डेंगू और वायरल फीवर से कराह उठे हैं.
डेंगू के इलाज के लिए लगी मरीजों की भीड़ | फाइल
जिला चिकित्सालय के सीएमएस डॉ. अशोक अग्रवाल के अनुसार, बच्चों की मौत होने का सबसे बड़ा कारण झोलाछाप डॉक्टर हैंं. उनके द्वारा गलत दवा देने के कारण भी मौतें हो रही हैं.
जिला अस्पताल, आगरा | फाइल
अब सवाल इस बात को लेकर भी है कि स्वास्थ्य विभाग की ही जिम्मेदारी है कि झोलाछाप डॉक्टर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाए. मगर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है.
आगरा में डेंगू का कहर | फाइल
हालत ये हैं कि जिला अस्पताल में वायरल बुखार के प्रतिदिन 500 से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं. जिला अस्पताल के सभी बेड फुल हो चुके हैं.
आगरा में डेंगू | फाइल
एसएन मेडिकल कॉलेज में भी प्रतिदिन 8 से 10 मरीज डेंगू के मिल रहे हैं. ताजा आंकड़ों के मुताबिक आगरा में वायरल बुखार से अब तक 24 से अधिक मौतें हो चुकी हैं.
dengue in agra | फाइल