चैत्र मास का पहला प्रदोष व्रत कब है? जानें सही डेट और पूजा विधि
प्रदोष व्रत कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है.
इस साल चैत्र मास का पहला प्रदोष व्रत 06 अप्रैल को रखा जाएगा.
चैत्र कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 06 अप्रैल को सुबह 10 बजकर 19 मिनट से शुरू होगी.
Pradosh Vrat 2024
त्रयोदशी तिथि की समाप्ति 07 अप्रैल को सुबह 06 बजकर 53 मिनट पर होगी.
प्रदोष व्रत के दिन सुबह जल्दी सन्नान करके, साफ स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें
इसके साथ ही भगवान शिव के सामने व्रत का संकल्प लें.
एक वेदी पर शिव-पार्वती, गणेश-कार्तिकेय जी की प्रतिमा स्थापित करें.
कुमकुम और सफेद चंदन से तिलक कर देसी गाय के घी का दीया जलाएं
पूजा में बेल पत्र और सफेद फूलों की माला अवश्य शामिल करें.
प्रदोष काल में शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करने पर सफलता मिलती है.
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