IMD के अनुसार अगले 12 घंटों के दौरान कम दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा.

30 नवंबर की सुबह उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी तटों के पास पहुंचेगा.

पुडुचेरी और कराईकल में सभी सरकारी और निजी स्कूल 28 नवंबर को बंद.

चक्रवात फेंगल का असर अभी से दिखने लगा है.

मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई. 

मरीना बीच पर तेज हवाएं चल रही हैं.

तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यमन में बहुत अधिक बारिश होने की संभावना है. 

चक्रवाती तूफान की आशंका के बीच बचाव की तैयारी करते मछुआरे.