ऐसे में अगर आप भी ओडिशा जाने का प्लान बना रहे हैं तो आपको ओडिशा के कुछ व्यंजनों का स्वाद जरूर चखना चाहिए, जिसमें से एक है प्रसिद्ध मिठाई रसबली.
GI tag to Odisha Rasabali Sweet of baladevji temple | Prabhat Khabar Graphics
केंद्रपाड़ा की प्रसिद्ध मिठाई रसबली को मंगलवार को भौगोलिक संकेत (जीआई) टैग मिला, जिससे तटीय जिले के लोगों में खुशी है.
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मुंह में पानी ला देने वाली यह स्वादिष्ट मिठाई केंद्रपाड़ा शहर के बाहरी इलाके इच्छापुर में 262 साल पुराने बालादेवजी मंदिर से निकलती है. इसमें पनीर की गहरी तली हुई चपटी लाल-भूरी पैटीज़ होती हैं जिन्हें गाढ़े और मीठे दूध में भिगोया जाता है.
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ओडिशा के केंद्रपाड़ा रसबली की उत्पत्ति यहां के 262 साल पुराने श्री बालादेवजी मंदिर से हुई है. मंदिर के इष्टदेव को रसबली ‘भोग’ के रूप में चढ़ाया जाता है.
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रसबली मंदिर में मुख्य भोगों में से एक है, जिसका निर्माण 1761 में ओडिशा में मराठा शासन के दौरान किया गया था.
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रसबली देश की सबसे स्वादिष्ट मिठाइयों में से एक है. लेकिन खराब प्रचार और निर्यात सुविधाओं के कारण इसका विपणन ठीक से नहीं हो पा रहा है.
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केंद्रपाड़ा रसबली निर्माता संघ के अध्यक्ष वैष्णव पांडा ने कहा, ‘‘जीआई टैग मिलना मिठाई निर्माताओं के लिए एक प्रोत्साहन है. यह उत्पाद की विशिष्ट पहचान के लिए काफी अहम है. मिठाई की पहचान बढ़ेगी.
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