गुरु पूर्णिमा पर कल स्नान-दान के लिए मिलेगा सिर्फ 37 मिनट का शुभ समय

इस साल गुरु पूर्णिमा 21 जुलाई दिन रविवार यानी कल है. इस दिन स्नान दान का विशेष महत्व है.

गुरु पूर्णिमा को आषाढ़ी पूर्णिमा और व्यास पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. क्योंकि इस दिन महर्षि वेद व्यास का जन्म हुआ था.

आषाढ़ पूर्णिमा के दिन स्नान-दान बहुत ही शुभ माना जाता है. पूर्णिमा के दिन स्नान हमेशा ब्रह्म मुहूर्त में ही किया जाता है.

गुरु पूर्णिमा के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, प्रीति योग, शुक्रादित्य योग, शश योग, विष्कुंभ योग, कुबेर योग और षडाष्टक योग का शुभ संयोग बन रहा है.

गुरु पूर्णिमा के दिन स्नान दान का समय सुबह 4 बजकर 13 मिनट से लेकर सुबह 4 बजकर 50 मिनट तक रहेगा.

गुरु पूजन का अगला मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 01 मिनट से दोपहर 12 बजकर 55 मिनट तक रहेगा.

इसके साथ ही संध्या पूजन का समय शाम 7 बजकर 24 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 25 मिनट तक रहेगा.

गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु की पूजा की जाती है. इसके साथ ही गुरु पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा अवश्य करें.

इस दिन सुबह स्नान पूजा आदि कार्य करके साफ सुथरे वस्त्र धारण करें. उसके बाद अपने श्रीहरि, माता लक्ष्मी और वेद व्यास जी को फूल अर्पित कर आशीर्वाद लें.

गुरु पूर्णिमा के दिन पीली वस्तुएं जैसा चने की दाल, बेसन, पीले वस्त्र, पीले रंग की मिठाई या गुड़ आदि का दान करना शुभ होता है.