Independence Day 2023: आखिर राष्ट्रीय ध्वज के तीनों रंग क्या है मतलब? जानिए इसका महत्व

Sandeep kumar

Independence Day 2023: इस साल देश आजादी की 77वीं वर्षगांठ मना रहा है. बचपन में हमें राष्ट्रीय ध्वज के तीनों रंग का महत्व और मतलब समझया जाता है, लेकिन बड़े होने पर बहुत ही कम लोग सारी चीजें याद रख पाते हैं. आइये जानते हैं राष्ट्रीय ध्वज के तीन रंगों का मतलब.

राष्ट्रीय ध्वज | unsplash

हमारे राष्ट्रीय ध्वज में समान अनुपात में तीनों रंग होते हैं. इसमें सबसे ऊपर गहरा केसरिया (केसरी), बीच में सफेद और नीचे गहरे हरे रंग का क्षैतिज तिरंगा है.

राष्ट्रीय ध्वज | unsplash

झंडे की चौड़ाई और उसकी लंबाई का अनुपात दो से तीन होता है. सफेद पट्टी के केंद्र में गहरे नीले रंग का पहिया है जो चक्र का प्रतिनिधित्व करता है.

राष्ट्रीय ध्वज | unsplash

इसका डिजाइन उस चक्र का है जो अशोक के सारनाथ सिंह शीर्ष के गणक पर दिखाई देता है. इसका व्यास लगभग सफेद पट्टी की चौड़ाई के बराबर होता है और इसमें 24 तीलियां होती हैं.

राष्ट्रीय ध्वज | unsplash

इन रंगों के चयन के पीछे गूढ़ अर्थ छुपे हुए हैं. राष्ट्रीय ध्वज में सबसे ऊपर की पट्टी केसरिया रंग देश की ताकत और साहस को दर्शाती है.

राष्ट्रीय ध्वज | unsplash

वहीं धर्म चक्र के साथ सफेद रंग की बीच की पट्टी हिंदुस्तान के मूल स्वरूप शांति और सच्चाई को दर्शाती है. इसकी अंतिम पट्टी का हरा रंग भारत भूमि की उर्वरता, वृद्धि और शुभता का प्रतीक माना जाता है.

राष्ट्रीय ध्वज | unsplash

धर्म चक्र ने तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व मौर्य सम्राट अशोक द्वारा बनाई गई सारनाथ शेर की राजधानी में "कानून का पहिया" दर्शाया. इस चक्र के जरिये ये दर्शाने की कोश‍िश की गई है कि गति में जीवन है और ठहराव में मृत्यु है.

राष्ट्रीय ध्वज | unsplash