JSSC CGL 2024 की तैयारी करने वाले छात्र जान लें, झारखंड में कितने Ores और Minerals हैं उपलब्ध

Shauya Punj

27-06-2024

झारखंड में कोयले का विशाल भंडार है. अनुमान है कि यह लगभग अस्सी हज़ार मिलियन टन है. इसमें भारत के कुल कोयले का लगभग सत्ताईस प्रतिशत है. यह देश की बिजली की मांग के मध्य भाग की देखभाल करता है.

कोयला

झारखंड के खनिज भारत के लौह अयस्क का एक-चौथाई हिस्सा पैदा करते हैं. इसमें लौह अयस्क है जिसका मूल्य चार हजार मिलियन टन से ज़्यादा है. इसका मुख्य रूप से स्टील के निर्माण में उपयोग किया जाता है. सबसे मूल्यवान लौह अयस्क मैग्नेटाइट और हेमेटाइट हैं.

लौह अयस्क

भारत में अभ्रक का अग्रणी निर्माता झारखंड है. कोडेरा क्षेत्र में देश के लगभग आधे अभ्रक भंडार हैं. अभ्रक इन्सुलेटिंग और गर्मी सहनशील है. इन गुणों के कारण, अभ्रक का उपयोग कई उद्योगों में किया जाता है.

अभ्रक

झारखंड के पूर्वी सिंहभूम क्षेत्र में तांबा प्रचुर मात्रा में है. अकेले झारखंड में देश के कुल तांबे का बीस प्रतिशत है. तांबे का उपयोग मुख्य रूप से वायरिंग, औद्योगिक मशीनरी, प्लंबिंग आदि में किया जाता है.

तांबा

इस राज्य में भारत के एपेटाइट भंडार का सत्ताईस प्रतिशत हिस्सा है. यह एक समृद्ध फॉस्फेट स्रोत है और इसका उपयोग फॉस्फेट उर्वरकों में किया जाता है.

एपेटाइट

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