इस साल नाग पंचमी का त्योहार 21 अगस्त सोमवार के दिन मनाया जाएगा. इस खास मौके पर प्रयागराज के के नागवासुकि मंदिर की महिमा बढ़ जाती है.
Nag Panchami 2023 | Prabhat Khabar Graphics
इस मंदिर में नागवासुकि देव का पूजन होता है. नागवासुकि को शेषराज, सर्पनाथ, अनंत और सर्वाध्यक्ष कहा गया है. भगवान शंकर और विघ्नहरण गणेश इन्हें अपने गले में माला की तरह धारण करते हैं.
Nagraj Vasuki Temple Prayagraj | Prabhat Khabar Graphics
नागवासुकि के साथ भोगवती तीर्थ का वास माना जाता है. नागवासुकि मंदिर से पूरब की तरफ गंगा के पश्चिम हिस्से में भोगवती तीर्थ माना जाता है.
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यह मंदिर कब बना और कितनी बार बना, इसका कोई लिखित प्रमाण नहीं है. कहा जाता है कि मराठा शासक श्रीधर भोंसले ने वर्तमान मंदिर का निर्माण कराया. वहीं, कुछ लोग इसका श्रेय राघोवा को देते हैं.
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आर्यसमाज के अनुयायी भी इस मंदिर की महत्ता मानते हैं. दरअसल, स्वामी दयानंद सरस्वती ने कुंभ मेले के दौरान कड़ाके की ठंड में कई रातें इस मंदिर की सीढ़ियों पर काटी थीं.
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नागवासुकि मंदिर प्रयागराज के दारागंज मोहल्ले के उत्तरी छोर पर गंगा के किनारे स्थित है. इस मंदिर में नागवासुकि देव का पूजन होता है. नागवासुकि को शेषराज, सर्पनाथ, अनंत और सर्वाध्यक्ष कहा गया है.
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