ज्येष्ठ पूर्णिमा तिथि को हर साल शाही स्नान यात्रा होती है. सुबह 5 बजे सुप्रभातम के बाद 6 बजे आरती हुई.
Author: Mithilesh Jha
22 June 2024
मध्याह्न 12 बजे प्रभु को अन्न भोग लगाया गया. इसके बाद 1 से 1:30 बजे तक पूजन और स्नान कार्यक्रम चला.
अपराह्न 1:35 बजे से 3 बजे तक भगवान जगन्नाथ स्वामी के भक्तों ने उन पर जलार्पण किया.
जलार्पण के बाद अपराह्न 3:15 बजे से 108 मंगल आरती की शुरुआत हुई.
अपराह्न 4 बजे से भगवान जगन्नाथ स्वामी के दर्शन बंद कर दिए गए.
भगवान जगन्नाथ, भैया बलराम और बहन सुभद्रा के विग्रहों का शृंगार किया गया.
पुजारियों ने भगवान जगन्नाथ की 108 मंगल आरती की. जय जगन्नाथ के जयकारे लगाए गए.
मंगल आरती के बाद जगन्नाथवकम गीता द्वादश अध्याय के पाठ के बाद भगवान एकांतवास में चले गए.