पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर में भव्य रथ यात्रा निकाली गई. 

53 साल बाद पुरी में दो दिवसीय रथ यात्रा निकाली गई. 

ग्रह-नक्षत्रों की गणना के अनुसार, इस साल दो-दिवसीय यात्रा आयोजित की गई है.

आखिरी बार 1971 में दो-दिवसीय यात्रा का आयोजन किया गया था.

भगवान जगन्नाथ को घंटियों की ध्वनि के बीच ‘नंदीघोष’ रथ पर ले जाया गया.

मुख्य देवताओं को बाहर लाने से पहले ‘मंगला आरती’ और ‘मैलम’ जैसे कई पारंपरिक अनुष्ठान किए गए.

पुरी रथ यात्रा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी शामिल हुई.

भगवान जगन्नाथ को रथ में सवार करने से पहले गजपति दिव्यसिंह देब ने रथों का ‘छेरा पहरा’ किया. 

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