शरद पूर्णिमा की खीर पर ग्रहण का प्रभाव, खाने-बनाने से पहले जान लें जरूरी बातें

Radheshyam Kushwaha

शरद पूर्णिमा के दिन खीर बनाकर रात को खुले आकाश के नीचे रखी जाती है और अगले दिन उसका सेवन किया जाता है. इसीलिए शरद पूर्णिमा के दिन चांद की रोशनी में रखी गई खीर का बहुत महत्व बताया गया है.

Happy Sharad Purnima 2023 | सोशल मीडिया

शरद पूर्णिमा की खीर

शरद पूर्णिमा इस साल 28 अक्टूबर 2023 को सुबह 04 बजकर 17 मिनट से पूर्णिमा तिथि शुरू होगी और 29 अक्टूबर 2023 को सुबह 01 बजकर 53 मिनट पर पूर्णिमा तिथि समाप्त होगी.

Sharad Purnima 2023 | सोशल मीडिया

शरद पूर्णिमा के दिन शुभ मुहूर्त

इस साल शरद पूर्णिमा का त्योहार चंद्र ग्रहण के साये में मनाया जाएगा. इस बार का चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा जो आधी रात को लगेगा और इसका सूतक दोपहर में शुरू होगा.

sharad purnima 2023 | सोशल मीडिया

चंद्र ग्रहण के साये में शरद पूर्णिमा

इस बार 28 अक्तूबर को शरद पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा. परन्तु चंद्रमा की शीतल रोशनी में बनाई जाने वाली खीर इस बार ग्रहण के कारण आधी रात को नहीं बनाई जाएगी.

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शरद पूर्णिमा कब है?

ज्योतिषाचार्य अम्बरीश मिश्र ने बताया कि ग्रहण समाप्त होने के बाद ही खीर बना सकेंगे. यह स्थिति नौ साल के बाद बन रही है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यह ग्रहण अश्विनी नक्षत्र और मेष राशि पर लगेगा.

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खीर कब बना सकेंगे

आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहते हैं. इस रात्रि में चंद्रमा सोलह कलाओं से परिपूर्ण होता है.

शरद पूर्णिमा का महत्व | सोशल मीडिया

शरद पूर्णिमा का महत्व

शरद पूर्णिमा के दिन जो व्यक्ति लक्ष्मी सूक्त का पाठ, कनकधारा स्त्रोत, विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करते हैं, उन्हें मां लक्ष्मी धन-धान्य से संपन्न करती हैं.

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