बूढ़ा हो गया डॉलर! दिखने लगी 110 साल के राजा की कमजोरी
साल 1914 में प्रथम विश्व युद्ध के बाद दुनियाभर में अपना साम्राज्य फैलाकर राज करने वाला अमेरिकी डॉलर अब बूढ़ा हो गया है.
1914 से लेकर 2014 में 110 साल की उम्र में अब मुद्रा बाजार के इस बूढ़े राजा की कमजोरी साफ झलकने लगी है.
दुनियाभर के देशों के विदेशी मुद्रा भंडारों, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक पर भी इसी का राज रहा है.
लेकिन, अब इस बूढ़े राजा के साम्राज्य में सेंध लग गया है और इसे सीधी चुनौती दी जा रही है.
मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, 21वीं सदी के पहले साल 1999 तक जहां इस बूढ़े राजा की ग्लोबल रिजर्व में 71 फीसदी हिस्सेदारी थी, अब 58.41 फीसदी पर सिमट गई है.
इतना ही नहीं, साल 1999 तक दुनिया के कुल विदेशी मुद्रा भंडार में भी इसकी हिस्सेदारी 71 फीसदी से अधिक थी.
साल 1964 में डॉलर के मुकाबले रुपया 4.66 रुपये के स्तर पर था, अब यह 83.4 रुपये के स्तर पर पहुंच गया.
दुनिया भर में इस राजा को जोरदार तरीके टक्कर दी जा रही है और खासकर यूरोपीय देशों से इसे बाहर करने की कोशिश जारी है.
यूरोपीय देशों में डॉलर के इस्तेमाल के बजाय यूरोपीय देशों की संगठित मुद्रा यूरो का प्रचलन तेजी से बढ़ गया है. इसीलिए इस राजा की कमजोरी दिखाई दे रही है.