औरतों का काम बच्चे पैदा करना है वह मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हो सकतीं. उन्हें मंत्री बनाना कुछ उसी तरह का है, जैसे उसके गले में ऐसा कुछ डाल देना जिसे वह संभाल नहीं सकती.
यह बयान तालिबान के प्रवक्ता का है, जिसकी जानकारी आजतक ने टोलो न्यूज के हवाले से दी है. अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार का गठन हो रहा है, लेकिन अबतक जो नाम घोषित किये गये हैं उसमें किसी भी महिला का नाम शामिल नहीं है.
अफगानी महिलाएं सरकार में महिलाओं की भागीदारी को लेकर वहां लगातार प्रदर्शन कर रही हैं. लेकिन तालिबान को महिलाओं का इस तरह प्रदर्शन कर बिलकुल पसंद नहीं आ रहा है.
तालिबान ने जब अफगानिस्तान पर कब्जा किया, तो उसने अपना उदार चेहरा दिखाने की कोशिश की और कहा कि महिलाओं के हक की रक्षा होगी और उन्हें काम करने का हक मिलेगा, लेकिन उसके बाद लगातार तालिबान ने अपना असली चेहरा दिखाया है.
महिलाओं के प्रदर्शन में लाखों महिलाएं शामिल नहीं हुईं है, लेकिन उनके प्रदर्शन से तालिबान बौखलाया हुआ है और प्रदर्शन का कवरेज करने वाले पत्रकारों पर अत्याचार किया जा रहा है.
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से वहां की महिलाएं दहशत में हैं और अपने अधिकारों को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रही हैं.
इन प्रदर्शनों से घबराकर तालिबान ने यह आदेश जारी कर दिया है कि देश में किसी भी तरह का प्रदर्शन करने के लिए पहले अनुमति लेनी होगी.