बिहार : नदी किनारे से हाई फ्रीक्वेंसी के छह वायरलेस सेट बरामद
बरौली (गोपालगंज) : लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी शेख अब्दुल नईम के सोहैल बनकर गोपालगंज में दो वर्षों तक रहने का खुलासा होने के बाद बरौली पुलिस ने हाई फ्रीक्वेंसी के छह वायरलेस सेट बरामद किये हैं. वायरलेस सेट का रेंज 15-20 किमी होने की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारी सतर्क हो गये हैं. वरीय अधिकारियों ने […]
बरौली (गोपालगंज) : लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी शेख अब्दुल नईम के सोहैल बनकर गोपालगंज में दो वर्षों तक रहने का खुलासा होने के बाद बरौली पुलिस ने हाई फ्रीक्वेंसी के छह वायरलेस सेट बरामद किये हैं. वायरलेस सेट का रेंज 15-20 किमी होने की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारी सतर्क हो गये हैं. वरीय अधिकारियों ने तकनीकी जांच करने के बाद वायरलेस सेट को पटना मुख्यालय भेजा है
गोपालगंज में लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करने के वाले बेदार बख्त उर्फ धन्नु राजा की गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ है कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद का रहनेवाला शेख अब्दुल नईम भी गोपालगंज में सोहैल खान के नाम पर दो वर्षों से अधिक रहा था.
एनआईए की टीम पांच दिनों तक गोपालगंज में कैंप कर जांच-पड़ताल की. इस दौरान सुरक्षा एजेंसियां गोपालगंज में लगातार अलर्ट पर हैं. इस बीच बरौली के थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार छापेमारी में जुटे हुए थे.
सोमवार की दोपहर बरौली के थानेदार ने मुखबिरों की सूचना पर मिर्जापुर रोड के किनारे धमही नदी के पास सिसई गांव के खरही में छह सेट वायरलेस जब्त किया. वायरलेस सेट चालू था. वायरलेस सेट पर प्रदीप और राघवेंद्र लिखा हुआ है, जबकि पांच अन्य पर कुछ भी नाम नहीं है.
पुलिस के एक वरीय अधिकारी ने बताया कि पुलिस के पास जो वायरलेस सेट होता है, उसका रेंज पांच किमी तक होता है, जबकि बरामद किये गये वायरलेस का रेंज 15 से 20 किमी तक है. इसके चलते शक की सूई आतंकी संगठनों की तरफ है. एसपी मृत्युंजय कुमार चौधरी ने बताया कि पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच के लिए पटना भेजने की तैयारी की जा रही है.