पौधा किस्म व कृषक अधिकार संरक्षण के लिए प्रशिक्षण
अच्छे प्रभेदों को अपनाकर करें ज्यादा से ज्यादा फसल का उत्पादन मोदनगंज : प्रखंड के कृषि विज्ञान केंद्र गंधार के प्रांगण में पौधा किस्म और कृषक अधिकार संरक्षण पर आधारित प्रशिक्षण सह जागृति कार्यक्रम का उद्घाटन शुक्रवार को केंद्र के प्रभारी सह वरीय वैज्ञानिक डॉ शोभा रानी ने किया. उन्होंने किसानों से कहा कि अच्छे […]
अच्छे प्रभेदों को अपनाकर करें ज्यादा से ज्यादा फसल का उत्पादन
मोदनगंज : प्रखंड के कृषि विज्ञान केंद्र गंधार के प्रांगण में पौधा किस्म और कृषक अधिकार संरक्षण पर आधारित प्रशिक्षण सह जागृति कार्यक्रम का उद्घाटन शुक्रवार को केंद्र के प्रभारी सह वरीय वैज्ञानिक डॉ शोभा रानी ने किया. उन्होंने किसानों से कहा कि अच्छे प्रभेदों को अपनाकर ज्यादा से ज्यादा फसल का उत्पादन करें. साथ ही पूर्वजों के जमाने से चले आ रहे प्रभेदों की महत्ता के बारे में प्रकाश डाला. उन्होंने किसानों से कहा कि वर्षों से उत्पादित किये जा रहे ऐसे प्रभेद, जिसका उत्पादन क्षमता, गुणवत्ता एवं अन्य रोग कीट प्रतिरोधी क्षमता अधिक है. उसका संरक्षण करके उसके लिए कृषि अधिकार के तहत आवेदन दे सकते हैं.
आवेदन फार्म कृषि अधिकार के तहत आवेदन दे सकते हैं. आवेदन फार्म कृषि विज्ञान केंद्र में उपलब्ध है. इसको संबंधी एजेंसी के माध्यम से जांच हो जाने के बाद कृषक के आवेदित किस्मों का पंजीकरण कराया जा सकता है. कार्यक्रम को बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के वैज्ञानिक डॉ चंदन कुमार से संबोधित किया और भारत सरकार के पौधा किस्मों और कृषक अधिकार अधिनियम के बारे में किसानों को जानकारी दी.
कार्यक्रम को केंद्र के कृषि अभियंत्रण वैज्ञानिक जितेंद्र कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन के इस दौर में किसान को प्रतिरोधी प्रभेदी को पहचान कर बेहतर फसल उत्पादन के लिए प्रयोग करना चाहिए. कार्यक्रम को केंद्र के वैज्ञानिक डॉ वाजिद हसन, डॉ दिनेश महत्तो, अजीत कुमार पासवान ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम में लगभग 120 किसानों ने हिस्सा लिया.