अवैध नियुक्ति मामले में सीएस से जवाब तलब
मधुबनी : स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत लिपिक की अवैध नियुक्ति का एक परिवाद निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएं पटना को उपलब्ध कराया गया है. परिवाद के आलोक में निदेशक प्रमुख डा. चंद्र मोहन झा ने सिविल सर्जन को मामले की जांच कर एक सप्ताह में जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. इस संबंध में सिविल […]
मधुबनी : स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत लिपिक की अवैध नियुक्ति का एक परिवाद निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएं पटना को उपलब्ध कराया गया है. परिवाद के आलोक में निदेशक प्रमुख डा. चंद्र मोहन झा ने सिविल सर्जन को मामले की जांच कर एक सप्ताह में जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. इस संबंध में सिविल सर्जन द्वारा मामले की जांच को लेकर तीन सदस्यीय जांच टीम गठित किया गया है.
क्या है मामला. निदेशक प्रमुख डा. चंद्र मोहन झा परिवार कल्याण, मातृ शिशु स्वास्थ्य एवं नर्सिंग स्वास्थ्य सेवाएं पटना को एक परिवाद दायर किया गया है.
जिसमें दयानंद सिंह लिपिक की नियुक्ति विज्ञापन में विहित उपबंधों का पालन किये बिना एवं साक्षात्कार के लिए निर्धारित तिथि के पूर्व ही नियुक्ति किये जाने का जिक्र किया गया. जो पूर्णत: अवैधता को घोतक है. ज्ञात हो कि मामला वर्ष 1989 का है, उक्त नियुक्ति तत्कालीन सीएस डा. मिथिलेश कुमार सिंह के द्वारा किया गया था.
तीन सदस्यीय जांच टीम गठित. निदेशक प्रमुख के द्वारा दिये गये निर्देश के आलोक में सिविल सर्जन डा. अमर नाथ झा ने तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है. जिसमें एसीएमओ डा. आरडी चौधरी, जिला सर्वेक्षण पदाधिकारी डा. निशांत कुमार व डीपीएम दया शंकर निधि को शामिल किया गया है. जांच टीम को मामले की जांच कर जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. जिससे मामले की अग्रेतर कार्रवाई के लिए जांच प्रतिवेदन निदेशक प्रमुख को उपलब्ध कराया जा सके.