दार्जिलिंग : 30 जुलाई को फैसला नहीं हुआ तो जोरदार आंदोलन

गोजमुमो के चाय श्रमिक संगठन ने भी की गेट मीटिंग दार्जिलिंग : पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत उत्तर बंगाल के 23 चाय श्रमिक संगठनों का मंच ज्वाइंट फोरम के नेतृत्व में न्यूनतम मजदूरी समेत विभिन्न मांगों को लेकर श्रमिकों ने पहाड़ के विभिन्न चाय बागानों में गेट मीटिंग की. उल्लेखनीय है कि चाय श्रमिकों की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2018 12:50 AM
गोजमुमो के चाय श्रमिक संगठन ने भी की गेट मीटिंग
दार्जिलिंग : पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत उत्तर बंगाल के 23 चाय श्रमिक संगठनों का मंच ज्वाइंट फोरम के नेतृत्व में न्यूनतम मजदूरी समेत विभिन्न मांगों को लेकर श्रमिकों ने पहाड़ के विभिन्न चाय बागानों में गेट मीटिंग की.
उल्लेखनीय है कि चाय श्रमिकों की न्यूनत-म मजदूरी के कुछ दिनों पहले सिलीगुड़ी की उत्तरकन्या में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी. बैठक में सरकार और मालिक पक्ष से न्यूनतम मजदूरी पर सकारात्मक सोच लिया गया था और आगामी 30 जुलाई को इस पर अंतिम रूप देने का संकेत दिया गया था.
लेकिन इसके लिये सरकार और मालिक पक्ष से ज्वाइंट फोरम द्वारा पूर्ण घोषित कार्यक्रमों को रद्द करने की अपील की गयी थी. फोरम ने भी इस बात को स्वीकारते हुए कार्यक्रम को रद्द नहीं, बल्कि स्थगित करने का निर्णय लिया.
इसकी जानकारी देने के लिये फोरम की ओर से शुक्रवार को सभी चाय बागानों में गेट मीटिंग का आयोजन किया गया. ज्वाइंट फोरम ने पहाड़ के मार्गरेट होप चाय बागान, सिंगताम चाय बागान, मिरिक के थर्बू चाय बागान आदि में गेट मीटिंग का आयोजन किया गया. मिरिक के थर्बू चाय बागान में आयोजित गेट मीटिंग में सीटू नेता समन पाठक, वाई लामा, दिनेश राई आदि उपस्थित थे.
गेट मीटिग को सम्बोधित करते हुए समन पाठक ने कहा कि पिछले दिनों सिलीगुड़ी की उत्तरकन्या में आयोजित बैठक में सरकार और मालिक पक्ष ने न्यूनतम मजदूरी को लेकर सकारात्मक रुख दिखाया है और ज्वाइंट फोरम से तय किये गये कार्यक्रमों को रद्द करने की अपील की थी. जिसके तहत हम लोगों ने उसे स्थगित रखा है. हालांकि समन पाठक ने आगामी 30 जुलाई को न्यूनतम मजदूरी तय नहीं होने की स्थिति में तीव्र आन्दोलन की चेतावनी दी है.
दूसरी ओर गोजमुमो के श्रमिक संगठन दार्जिलिंग तराई डुवार्स प्लान्टेशन लेबर यूनियन के नेतृत्व में भी आज पहाड़ के विभिन्न चाय बागानों में गेट मीटिंग की गयी जिसमें यूनियन के महासचिव भरत ठकुरी सहित अन्य केन्द्रीय नेता उपस्थित थे.
इसी संदर्भ में महासचिव ठकुरी ने बताया कि आगामी 30 जुलाई को सम्पन्न होने जा रही बैठक में न्यूनतम मजदूरी तय होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि हरेक समस्या का समाधान बातचीत के माध्यम से ही होती है, इसीलिए हम लोगों ने बातचीत का क्रम शुरू किया था.

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