रांची : लंबे समय से जमे स्वास्थ्य कर्मियों की रिपोर्ट बनी, पर कार्रवाई की मंशा नहीं

निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य ने मांगी थी रिपोर्ट रांची : निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य (डीआइसी) ने विभिन्न अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों के प्रभारी चिकित्सकों, अधीक्षकों, मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यों व सभी सिविल सर्जनों सहित सभी क्षेत्रीय उप निदेशकों को पत्र लिखा था. निवर्तमान विभागीय सचिव निधि खरे के निर्देश पर 11 जुलाई को लिखे गये इस पत्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 23, 2018 1:57 AM
निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य ने मांगी थी रिपोर्ट
रांची : निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य (डीआइसी) ने विभिन्न अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों के प्रभारी चिकित्सकों, अधीक्षकों, मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यों व सभी सिविल सर्जनों सहित सभी क्षेत्रीय उप निदेशकों को पत्र लिखा था.
निवर्तमान विभागीय सचिव निधि खरे के निर्देश पर 11 जुलाई को लिखे गये इस पत्र में संबंधित पदाधिकारियों से कहा गया था कि वे अपने यहां पांच या इससे अधिक वर्षों से एक ही जगह जमे स्वास्थ्य कर्मियों का सेवा इतिहास दें.
इसका मकसद इन कर्मियों को जरूरत के आधार पर इधर-उधर करना था. इस मामले में ज्यादातर पदाधिकारियों ने रिपोर्ट उपलब्ध करा दी है, पर सूचना है कि इस पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं होगी. सेवानिवृत्ति के नजदीक पहुंचे डीआइसी इस मूड में नहीं हैं कि इस झमेले में पड़ा जाये.
इससे पहले सदर अस्पताल व सिविल सर्जन कार्यालय में भी वर्षों से जमे कर्मियों को हटाने की कवायद हुई थी, जो सफल नहीं रही. इन कर्मियों का तबादला अन्यत्र करने के बजाय सिर्फ इनका टेबुल ट्रांसफर हुआ था.

Next Article

Exit mobile version