रांची : सीएम का पशुपालन विभाग में तबादला से इनकार, संचिका लौटी
करीब 150 पशु चिकित्सकों की सूची गयी थी अनुमोदन के लिए रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पशुपालन विभाग में बड़े पैमाने पर तबादले से इनकार कर दिया है. मुख्यमंत्री ने पशु गणना को आधार बनाते हुए तबादला से इनकार किया है. विभागीय मंत्री रणधीर सिंह के अनुमोदन के बाद पशुपालन विभाग के करीब 150 […]
करीब 150 पशु चिकित्सकों की सूची गयी थी अनुमोदन के लिए
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पशुपालन विभाग में बड़े पैमाने पर तबादले से इनकार कर दिया है. मुख्यमंत्री ने पशु गणना को आधार बनाते हुए तबादला से इनकार किया है.
विभागीय मंत्री रणधीर सिंह के अनुमोदन के बाद पशुपालन विभाग के करीब 150 पशु चिकित्सकों के तबादले की संचिका मुख्यमंत्री के पास गयी थी. संचिका मुख्यमंत्री ने लौटा दी है.
इसलिए फिलहाल पशु चिकित्सकों का तबादला नहीं होगा. पशुपालन विभाग में तबादला का माह नहीं होने के कारण यह संचिका मुख्यमंत्री के पास अनुमोदन के लिए गयी थी. जून माह में विभाग में तबादला का प्रयास किया गया था, पर इस पर अंतिम निर्णय नहीं हो पाया था. इस कारण तबादला सूची को अंतिम रूप देते-देते अगस्त माह आ गया था.
एक अक्तूबर से शुरू हुअा पूरे देश में पशु गणना का काम : पूरे देश में एक अक्तूबर से पशु गणना का काम शुरू हुआ है. इसके लिए भारत सरकार ने तीन माह का समय दिया है. पशु गणना में लगे पशु चिकित्सकों का तबादला नहीं करने का आग्रह भारत सरकार ने किया था. इसके बावजूद भी तबादला करने की संचिका मुख्यमंत्री के पास भेजी गयी थी.
पशु गणना कार्य में लगे पशु चिकित्सकों का कहना है कि भारत सरकार ने इस काम में लगे एक-एक पशु चिकित्सकों की कोडिंग की है. उनके नाम से यूजर आइडी और पासवर्ड बनाया है. तबादला करने से भारत सरकार के स्तर से इसमें बदलाव कराना पड़ता. इससे पशु गणना का काम प्रभावित होता.
मनपसंद पोस्टिंग के लिए लॉबिंग कर रहे थे पशु चिकित्सक
पशु चिकित्सकों के तबादले की तैयारी जून और जुलाई में भी हो रही थी. जून और जुलाई में विभागीय स्तर पर प्रयास किया गया था, लेकिन उस वक्त सफलता नहीं मिल पायी थी. कई चिकित्सकों ने मनपसंद स्थानों पर पोस्टिंग के लिए सचिवालय का चक्कर भी लगाना शुरू कर दिया था. कई पशु चिकित्सक पोस्टिंग के लिए लॉबिंग भी कर रहे थे.