प्रमोटर से मांगी थी डेढ़ करोड़ की रंगदारी, रिमांड में पुलिस अधिकारियों की पूछताछ में धनवती ने किया खुलासा
आसनसोल : बिना उचित आय स्त्रोत के रईसी पर लाखों रुपये उड़ाने तथा कर्ज में डूबने के बाद टीवी सीरियलों की तर्ज पर धमकी दे कर रंगदारी वसूलने के प्रयास के दौरान ही हीरापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत कोड़ापाड़ा इलाके की निवासी धनवती भारद्वाज आसनसोल साउथ थाना पुलिस की गिरफ्त में आ गई. उसे लगा कि […]
आसनसोल : बिना उचित आय स्त्रोत के रईसी पर लाखों रुपये उड़ाने तथा कर्ज में डूबने के बाद टीवी सीरियलों की तर्ज पर धमकी दे कर रंगदारी वसूलने के प्रयास के दौरान ही हीरापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत कोड़ापाड़ा इलाके की निवासी धनवती भारद्वाज आसनसोल साउथ थाना पुलिस की गिरफ्त में आ गई. उसे लगा कि आसानी से रुपये की उगाही की जा सकती है. इसी क्रम में उसने शहर के बड़े प्रमोटर महेन्द्र शर्मा से डेढ़ करोड़ रुपये की रंगदारी मांग बैठी. परिणाम वह तीन दिनों की पुलिस रिमांड में है.
रिमांड अवधि के दौरान पुलिस अधिकारियों की पूछताछ में धनवती ने पूरे मामले का खुलासा किया. उसने कबूल किया कि श्री शर्मा को पत्र के जरिये उसी ने धमकी दी थी. उसपर बाजार में काफी कर्ज हो गया था. टीवी सीरियल में इस तरह के कारनामे को देखकर उसने पैसे वसूलने का यह तरीका अपनाया . श्री शर्मा के पुत्र अभिषेक शर्मा ने शिकायत दर्ज कराई थी. भादवि की धारा 385, 387 के तहत प्राथमिकी दर्ज है.
क्या है मामला
कोड़ापाड़ा निवासी धनवती वहां एक फ्लैट में दो बच्चों और पति के साथ रहती है. उसका कोई क्रिमिनल बैक ग्राउंड पुलिस को अब तक नहीं मिला है. पुलिस के अनुसार यह उसका पहला क्राईम है. उसका लाइफ स्टाईल अमीरों की तरह था. जबकि पति एक ड्राइवर होने के कारण उसके महीने की आय पांचसे सात हजार रुपये थी. अपनी अमीरी लाइफ स्टाइल को पूरा करने के लिए उसका बाजार में काफी कर्ज हो गया था.
कर्ज चुकाने के लिए तत्काल मोटी रकम की जरूरत थी. जिसे पूरा करने के लिए उसने इलाके के प्रतिष्ठित प्रमोटर को धमकी देकर पैसे वसूलने की योजना तैयार की.
कैसे बनायी योजना
पुलिस के अनुसार श्री शर्मा पतंजलि ग्रुप के प्रोडक्ट के थोक वितरक हैं. उषाग्राम में उनकी दुकान है. दुकान बंद हो जाने के बाद रात के समय दुकान के शटर के नीचे से धमकी भरा पत्र डाल देती थी. कुल तीन पत्र उसने डाले. पहले पत्र में लिखा था कि डेढ़ करोड़ रुपये थैले में रखकर बर्फकल के पास कचड़े की पेटी में डाल दे, वरना अंजाम बहुत भयानक होगा. पैसा न मिलने पर दूसरा और तीसरा पत्र डाला. हर बार पैसे की लोकेशन बदला गया.
क्राइम सीरियल देखकर अपराध की योजना
धनवती ने पुलिस रिमांड में बताया कि वह टीवी में क्राइम सीरियल बहुत ज्यादा देखती थी. सीरियल देखकर ही उसके मन में इस तरह पैसा वसूलने की ललक जगी. मोबाइल फोन का उपयोग अपराध जगत में पकड़े जाने का सबसे आसान तरीका है. इस बात को वह बखूबी जानती थी. इसलिए मोबाइल फोन से धमकी देने के बजाय उसने पत्र लिखकर धमकी देने की योजना बनायी.
सीसीटीवी फुटेज से पकड़ी गयी
पुलिस के अनुसार उषाग्राम स्थित श्री शर्मा के दुकान के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है. शिकायत मिलने के बाद पुलिस अधिकारी छानबीन करने के क्रम में दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी के डीवीआर की जांच की. जिसमें पाया गया कि स्कूटी से एक महिला रात को दुकान बंद होने के बाद आयी और वहां कुछ देर रूककर चली गयी. दूसरे दिन दुकान खोलने पर धमकी भरा पत्र मिला. तीन दिन एक ही महिला आयी और उसके बाद पत्र मिला. पुलिस अधिकारी ने इसी आधार पर धनवती को गिरफ्तार किया और उसने अपना जुर्म कबूल किया.