सीतामढ़ी की महिला बंदी से मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में दुष्कर्म

सीतामढ़ी/मुजफ्फरपुर : सीतामढ़ी मंडल कारा की एक महिला बंदी ने आरोप लगाया है कि एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर में उसके साथ दो लोगों ने बलात्कार किया. महिला बंदी को इलाज के लिए सीतामढ़ी से एसकेएमसीएच लाया गया था. वह पुलिस अभिरक्षा में थी. मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाने में इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 30, 2018 6:01 AM
सीतामढ़ी/मुजफ्फरपुर : सीतामढ़ी मंडल कारा की एक महिला बंदी ने आरोप लगाया है कि एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर में उसके साथ दो लोगों ने बलात्कार किया. महिला बंदी को इलाज के लिए सीतामढ़ी से एसकेएमसीएच लाया गया था. वह पुलिस अभिरक्षा में थी. मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाने में इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. पीड़िता ने घटना के लिए दो लोगों के अलावा पुलिस को भी दोषी बताया है. उधर, जिलाधिकारी डॉ रणजीत कुमार सिंह ने भी इस मामले की जांच का निर्देश दिया है.
सीतामढ़ी जिले के नानपुर थाना के एक कांड में आरोपित महिला बंदी ने जेल प्रशासन को लिखित व मौखिक रूप से घटना की जानकारी दी है. उसके मुताबिक, घटना 14 नवंबर की रात्रि की है. नौ नवंबर को महिला बंदी को कारा चिकित्सक की सलाह पर इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया था. उसकी तबीयत में सुधार नहीं हुआ. तब सदर अस्पताल के तीन सदस्यीय चिकित्सकों के मेडिकल बोर्ड की अनुशंसा पर 11 नवंबर को एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर भेजा गया. महिला बंदी के साथ महिला पुलिस भी थी.
वहां 11 दिनों तक उसका इलाज चला. पीड़िता का आरोप है कि इलाज के दौरान 14 नवंबर की रात्रि में महिला पुलिस के साथ महिला बंदी शौचालय गयी, जहां शैलेश कुमार व छोटेलाल कुमार नामक दो लोगों ने उसे नशीला पदार्थ सुंघा कर उसके साथ दुराचार किया. 22 नवंबर को लौटने के बाद महिला बंदी ने घटना की लिखित जानकारी जेल अधीक्षक को दी.
जेल अधीक्षक ने पीड़िता की लिखित शिकायत को 22 नवंबर को डुमरा थाना पुलिस को प्राथमिकी के लिए भेजा था. डुमरा थानाध्यक्ष ने घटनास्थल एसकेएमसीएच होने के कारण आवेदन को 23 नवंबर को अहियापुर थाना भेज दिया. पत्र के साथ पीड़िता का आवेदन भी संलग्न था. अहियापुर के थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने बताया कि आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है.
अहियापुर थाने में मामला दर्ज, पुलिस की लापरवाही उजागर
पीड़िता ने सबसे पहले मंडल कारा के अधीक्षक से मामले की शिकायत की. कारा अधीक्षक ने इसे डुमरा थाना को प्राथमिकी के लिए भेजा, लेकिन इस थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के बजाये पत्र को मुजफ्फरपुर के अहियापुर भेज दिया गया.
मामला मेरे संज्ञान में आया है. मामले की निष्पक्ष जांच होगी. जल्द से जल्द मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.
डॉ रणजीत कुमार सिंह, डीएम
22 नवंबर की देर शाम आवेदन प्राप्त हुआ था. घटनास्थल एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर होने के कारण आवेदन को चौकीदार के द्वारा अगले दिन अहियापुर थाना को प्राप्त करा दिया गया था.
विकास कुमार सिंह, थानाध्यक्ष, डुमरा

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