सरकारी अस्पतालों में वेंटिलेटर और डायलिसिस मशीन की दें स्टेटस रिपोर्ट
पटना : पीएमसीएच में वर्षों से बंद व खराब हुए वेंटिलेटर और डायलिसिस मशीनों पर नाराजगी जताते हुए पटना हाइकोर्ट ने राज्य सरकार से 30 अगस्त तक जवाब तलब किया है. कोर्ट ने सूबे के तमाम सरकारी अस्पतालों में डायलिसिस मशीन व वेंटिलेटर की हालिया स्थिति (स्टेटस) रिपोर्ट भी पेश करने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग […]
पटना : पीएमसीएच में वर्षों से बंद व खराब हुए वेंटिलेटर और डायलिसिस मशीनों पर नाराजगी जताते हुए पटना हाइकोर्ट ने राज्य सरकार से 30 अगस्त तक जवाब तलब किया है. कोर्ट ने सूबे के तमाम सरकारी अस्पतालों में डायलिसिस मशीन व वेंटिलेटर की हालिया स्थिति (स्टेटस) रिपोर्ट भी पेश करने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिया है.
न्यायमूर्ति ज्योति शरण व न्यायमूर्ति पार्थ सारथी की खंडपीठ ने विकास चंद्र उर्फ गुड्डू बाबा की ओर से दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए यह निर्देश दिया.
कोर्ट ने पीएमसीएच अधीक्षक व स्वास्थ्य विभाग से इस बात की भी सफाई मांगी है कि वर्षों पहले खरीदे गये वेंटिलेटर अब तक इस्तेमाल में क्यों नहीं लाये जा सके हैं. सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता विकास चंद्र उर्फ गुड्डू बाबा ने खुद बहस करते हुए खंडपीठ को बताया कि पीएमसीएच में 90 वेंटिलेटर में से सिर्फ 19 ही चालू हैं.
वर्षों पहले खरीदे गये आठ वेंटिलेटर मशीनों में तीन तो बक्से में जस-के-तस बंद पड़े हुए हैं. शेष को वहां के शिशु रोग विभाग में लगाया गया जिसमें से आधा खराब हो चुका है. राज्य सरकार की ओर से कोर्ट को बताया गया कि बंद पड़े उपकरणों को जल्द चालू किया जा रहा है और खराब मशीनों को ठीक कर उन्हें काम में लगाया जा रहा है. इस पर हाइकोर्ट ने विभाग को कहा कि तेजी लायी जाये. मामले की अगली सुनवाई 30 को होगी.
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