जिले में बंद पड़े पत्थर उत्खनन को चालू करने की मांग
फोटो संख्या : 6फोटो कैप्सन : बीएम अमरेश प्रतिनिधि , मुंगेरमुंगेर के युवा समाजसेवी सह निर्मला पावर प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड छत्तीसगढ़ के प्रबंध निदेशक बीएम अमरेश ने इस्पात, उत्खनन एवं श्रम विभाग के केंद्रीय राज्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात की. जिसमें उन्होंने मुंगेर में बंद पड़े पत्थर उत्खनन को पुन: चालू करने के संबंध में […]
फोटो संख्या : 6फोटो कैप्सन : बीएम अमरेश प्रतिनिधि , मुंगेरमुंगेर के युवा समाजसेवी सह निर्मला पावर प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड छत्तीसगढ़ के प्रबंध निदेशक बीएम अमरेश ने इस्पात, उत्खनन एवं श्रम विभाग के केंद्रीय राज्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात की. जिसमें उन्होंने मुंगेर में बंद पड़े पत्थर उत्खनन को पुन: चालू करने के संबंध में एक ज्ञापन सौंपा. उन्होंने कहा कि मुंगेर में पत्थर उत्खनन वर्षों से बंद है. जिससे जिले के लगभग डेढ़ लाख पत्थर मजदूर बेरोजगार हो गये हंै. पत्थर उत्खनन एवं क्रशर उद्योग बंद होने से इन गरीब मजदूरों के समक्ष भूखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. काम के अभाव में बड़े पैमाने पर लोग दूसरे राज्य में पलायन कर रहे हंै. एक जमाने में मुंगेर का पत्थर गुणवत्ता के दृष्टि से देश में विख्यात था. उत्तर प्रदेश, आसाम, छत्तीसगढ़, झारखंड सहित पास के देश नेपाल में भी यहां से पत्थर की आपूर्ति होती थी. प्रतिदिन पांच करोड़ के पत्थर का व्यवसाय मुंगेर में होता था. लेकिन पत्थर उत्खनन में रोक लगने से यहां की अर्थव्यवस्था पर बहुत बड़ा असर पड़ा है. अगर पत्थर उत्खनन पर लगे रोक को हटा लिया जाये तो रोजगार के साथ ही मुंगेर की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी और सरकार को भी प्रति माह करोड़ों रुपये राजस्व की प्राप्ति होगी. उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्री ने तत्काल ही बिहार के गृह सचिव को पत्र भेज कर पूरी जानकारी मांगी है और आश्वासन दिया है कि शीघ्र ही पत्थर उद्योग को चालू किया जायेगा. मौके पर पूर्व पंचायत समिति सदस्य त्रिपुरारी मंडल टीपू, अरुण कातोरे मुख्य रुप से मौजूद थे.