अनाज सड़ने के मामले में पांच बड़ा बाबू को शो कॉज

जमशेदपुर: डुमरिया प्रखंड के गोदाम में संपूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना (एसजीआरवाइ) के तहत रखे गये 525 क्विंटल अनाज सड़ने के मामले में बीडीओ मृत्युंजय कुमार ने पांच प्रधान लिपिक और लिपिक को शो-कॉज किया है. इनमें वर्तमान में समाज कल्याण विभाग के प्रधान लिपिक ऋषिकेश बारिक, चाकुलिया प्रखंड में पदस्थापित लिपिक सत्येंद्र महतो, घाटशिला एसडीओ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 22, 2015 7:39 AM
जमशेदपुर: डुमरिया प्रखंड के गोदाम में संपूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना (एसजीआरवाइ) के तहत रखे गये 525 क्विंटल अनाज सड़ने के मामले में बीडीओ मृत्युंजय कुमार ने पांच प्रधान लिपिक और लिपिक को शो-कॉज किया है.

इनमें वर्तमान में समाज कल्याण विभाग के प्रधान लिपिक ऋषिकेश बारिक, चाकुलिया प्रखंड में पदस्थापित लिपिक सत्येंद्र महतो, घाटशिला एसडीओ ऑफिस से सेवानिवृत्त लिपिक केदारनाथ महतो, मुसाबनी के प्रधान लिपिक हर प्रसाद सीट और पटमदा अंचल में वर्तमान में पदस्थापित प्रदीप अजय टोप्णो शामिल हैं. बताया जाता है कि कुछ लिपिक-प्रधान लिपिक ने शो कॉज का जवाब दे दिया है. उन्होंने बताया है कि उनके डुमरिया प्रखंड में पदस्थापन के दौरान भंडारपाल का प्रभार नहीं मिला था, इसलिए अनाज के बारे में उन्हें जानकारी नहीं मिली थी.

गौरतलब हो कि डुमरिया के बीडीओ मृत्युंजय कुमार ने उप विकास आयुक्त को पत्र लिख कर अनाज सड़ने के पूरे मामले की जानकारी दी थी. डीडीसी ने इसके लिएदोषी पदाधिकारी और कर्मचारी को चिन्हित कर कार्रवाई का निर्देश दिया था. इसी निर्देश के आलोक में सभी से जवाब मांगा गया है.
क्या है मामला : एसजीआरवाइ के तहत काम के बदले अनाज देने के लिए वर्ष 2004 से 2007 के बीच डुमरिया के प्रखंड कार्यालय में 463 क्विंटल 74 किलो चावल और 62 क्विंटल 77 किलो गेहूं रखे गये थे. बाद के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को गोदाम में अनाज होने की जानकारी नहीं होने के कारण अनाज सड़ गये. बीडीओ ने चार सदस्यीय टीम गठित कर अनाजों की जांच करायी थी. 27 अप्रैल को टीम ने गोदाम में जांच की. जांच टीम ने रिपोर्ट में बताया गया कि गेहूं एवं चावल पूरी तरह सड़ चुके हैं. यह जानवर के खाने लायक भी सुरक्षित नहीं है. डुमरिया के बीडीओ ने डीडीसी को पत्र लिख कर पूरे मामले से अवगत कराया था.

Next Article

Exit mobile version