हर शाम यहां दिखता है मयखाने-सा नजारा

नियमों को ताक पर रख कर चल रहीं शराब दुकानेंविभाग और पुलिस की उगाही का बना बड़ा जरियासीवान . शहर में नियमों को ताक पर रख कर शराब दुकानों का संचालन हो रहा है. साथ ही शहर में आधा दर्जन से अधिक अवैध शराब की दुकानें भी धड़ल्ले से चल रही हैं. इनके खुलने व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2015 6:04 PM

नियमों को ताक पर रख कर चल रहीं शराब दुकानेंविभाग और पुलिस की उगाही का बना बड़ा जरियासीवान . शहर में नियमों को ताक पर रख कर शराब दुकानों का संचालन हो रहा है. साथ ही शहर में आधा दर्जन से अधिक अवैध शराब की दुकानें भी धड़ल्ले से चल रही हैं. इनके खुलने व बंद होने के समय का भी अनुपालन नहीं होता है और हर शाम इन शराब दुकानों के बाहर मयखानों-सा जमघट लगता है. यह सब उत्पाद विभाग व स्थानीय थानों की मिली-भगत से हो रहा है. इसके चलते शहर के चौक-चौराहों पर शाम को सभ्य लोगों व महिलाओं का निकलना मुश्किल हो गया है. ऐसा नजारा बबुनिया मोड़, बड़हरिया रोड, थाना रोड, जेपी चौक, छपरा रोड, बबुनिया रोड, बस स्टैंड आदि जगहों पर दिखता है. अहले सुबह से देर रात तक सजते हैं मयखाने :ये दुकानें अहले सुबह से देर रात तक खुली रहती हैं, जबकि नियमत: सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक ही खोलनी हैं. किसी भी तरह की शराब की बिक्री पर ग्राहक को रसीद देनी है, परंतु ग्राहकों को रसीद नहीं दी जाती और उनसे प्रिंट रेट से दुगुनी तक कीमत वसूली जाती है. मालूम हो कि सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीना दंडनीय है और इसके लिए जुर्माने का प्रावधान हैं. परंतु उत्पाद विभाग और पुलिस द्वारा इस बाबत मनमानी राशि वसूली जाती है.शहर में चल रही हैं आधा दर्जन अवैध दुकानें :प्रशासन की नाक के नीचे करीब आधा दर्जन अवैध शराब दुकान चल रही हैं. इनमें तरवारा मोड़, बड़हरिया स्टैंड, बबुनिया मोड़ आदि की दुकानें प्रमुख हैं. क्या कहते हैं अधिकारी ऐसी शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की जाती है और विभाग समय-समय पर अभियान चला कर कार्रवाई करता है. अविनाश प्रकाश, उत्पाद अधीक्षक, सीवान

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