मुफ्त शिक्षा के नाम पर ठगी
स्कूल का निदेशक फरार,घंटों मची रही अफरा-तफरी बेगूसराय (नगर) : बेगूसराय में कई तरह के कारनामे सामने आते हैं. जिस उलझन में आमलोगों के साथ-साथ पुलिस प्रशासन भी परेशान होती है. इसी के तहत मुफ्त शिक्षा के नाम पर लाखो रुपये की ठगी कर संत टेरेसा इंगलिश हाइस्कूल के निदेशक गौतम पांडेय अपने साथ ही […]
स्कूल का निदेशक फरार,घंटों मची रही अफरा-तफरी
बेगूसराय (नगर) : बेगूसराय में कई तरह के कारनामे सामने आते हैं. जिस उलझन में आमलोगों के साथ-साथ पुलिस प्रशासन भी परेशान होती है.
इसी के तहत मुफ्त शिक्षा के नाम पर लाखो रुपये की ठगी कर संत टेरेसा इंगलिश हाइस्कूल के निदेशक गौतम पांडेय अपने साथ ही किसी प्रकार की अप्रिय घटना हो जाने का नाटक कर फरार हो गया है.
सुबह में जैसे ही उक्त खबर अभिभावकों को मिली कि राष्ट्रीय उच्च पथ 31 स्थित संत टरेसा स्कूल पहुंचने लगे.पूरे विद्यालय परिसर में शिक्षकों, छात्रों और अभिभावकों के बीच अफरा-तफरी मच गयी. घटना की सूचना मिलते ही सदर डीएसपी राजकिशोर सिंह, नगर थानाध्यक्ष गजेंद्र प्रसाद समेत कई पुलिस पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की छानबीन शुरू कर दी.
इस दौरान अभिभावकों व बच्चों के द्वारा कुछ समय के लिए राष्ट्रीय उच्च पथ 31 को जाम कर दिया, जिससे लोग हलकान रहे. बाद में सदर डीएसपी राजकिशोर सिंह ने आक्रोशित बच्चों व अभिभावकों को समझा-बुझा कर जाम हटावाया.
इस मौके पर मौजूद छात्र तुषार कुमार की मां रिंकू देवी, छात्र विशप कुमार की मां सुलोचना देवी ने बताया कि हमलोगों को उक्त भगोड़े निदेशक के द्वारा प्रति छात्र नामांकन के लिए 12 हजार रुपये लिये गये. इसमें बताया गया कि इसी पैसे में पढ़ाई एवं खाना व रहने का खर्च शामिल रहेगा. इसके अलावे अभिभावकों को कुछ भी नहीं लगेगा.
इसी बात पर बड़ी संख्या में अभिभावकों ने अपने बच्चों को उस स्कूल में दाखिल कराया. इस मौके पर शिक्षकों ने बताया कि हमलोगों को तीन माह के बाद 10 हजार प्रतिमाह वेतन का आश्वासन मिला था.
और हमलोग इसी के तहत जी-जान से स्कूल में लगे हुए थे. शिक्षकों ने बताया कि उक्त स्कूल में एक हजार से अधिक छात्र हैं, जिसमें प्रति छात्र एकमुश्त 12 हजार रुपया लिया गया था. पैसा जमा कर निदेशक स्कूल में चकमा देकर फरार हो गया.
बताया जाता है कि उक्त स्कूल के निदेशक का आवास भी विद्यालय के परिसर में ही था. उसके फरार होने की सूचना पर जब पुलिस की टीम सदर डीएसपी के नेतृत्व में पहुंची, तो उसके आवासीय परिसर की जांच की गयी. उसके बिछावन के सिर के हिस्से की तरफ खून के धब्बे और फिर पर्स पर कहीं-कहीं खून के धब्बे नीचे सीढ़ी तक पाये गये.
पुलिस की टीम ने इसे महज नाटक बताते हुए निदेशक के फरार होने की बात बतायी. निदेशक ने उक्त नाटक इसलिए किया कि यहां के लोगों या पुलिस को पता चले कि किसी ने निदेशक की हत्या कर उसके शव को गायब कर दिया.
ज्ञात हो कि स्कूल के निदेशक अपना नाम गौतम पांडेय बता कर एक निजी मकान किराये पर लिया था. पुलिस तमाम बिंदुओं की गहन जांच कर रही है.