नेहरु की 125वीं जयंती समारोह के लिए कांग्रेस की बडी योजना

नयी दिल्ली : कांग्रेस भारत के पहले प्रधानमंत्री की विरासत को रेखांकित करने के लिए जवाहरलाल नेहरु की 125वीं जयंती मनाने में अपनी पूरी ताकत लगा रही है. इस सप्ताह पार्टी छह और सात नवम्बर को एक सम्मेलन आयोजित कर रही है, जिसमें आज के संदर्भ में स्वतंत्रता, समानता, लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता पर चर्चा करने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 4, 2015 7:05 PM
नयी दिल्ली : कांग्रेस भारत के पहले प्रधानमंत्री की विरासत को रेखांकित करने के लिए जवाहरलाल नेहरु की 125वीं जयंती मनाने में अपनी पूरी ताकत लगा रही है. इस सप्ताह पार्टी छह और सात नवम्बर को एक सम्मेलन आयोजित कर रही है, जिसमें आज के संदर्भ में स्वतंत्रता, समानता, लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता पर चर्चा करने के लिए बहुत से लेखकों और इतिहासविदों को एक मंच पर लाया जा रहा है.
कांग्रेस द्वारा आयोजित इस सम्मेलन का विषय है, ‘‘स्वतंत्रता के बिना शांति नहीं, शांति के बिना स्वतंत्रता नहीं ( नेहरु की विरासत और भारत के भविष्य की सुरक्षा ) कार्य का एजेंडा.” पार्टी नेता आनंद शर्मा ने सम्मेलन के लिए रोमिला थापर और इरफान हबीब जैसे इतिहासविद् को आमंत्रित किये जाने को लेकर भाजपा की आलोचना को खारिज किया.
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ये लोग सम्मानित इतिहासविद् हैं , उनकी विचारधारा चाहे जो कुछ भी हो. ‘‘हमने एक मंच प्रदान किया है. हर कोई आमंत्रित है. हम अलग करने में विश्वास नहीं करते…..” उन्होंने बताया कि राजीव गांधी समसामयिक अध्ययन संस्थान ने यह दो दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया है. सम्मेलन का उद्घाटन पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह करेंगे जबकि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी समापन भाषण देंगे. नेहरु जी के जन्म दिन 14 नवम्बर को पार्टी द्वारा यहां एक रैली आयोजित की जा रही है, जिसे सोनिया गांधी और राहुल गांधी संबोधित करेंगे. उसी दिन नेहरु पर हिंदी और अंग्रेजी में दो पोर्टल का शुभारंभ किया जायेगा.

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