आग लगने से एक ही परिवार के तीन लोग झुलसे
अररिया : अररिया आरएस ओपी थाना क्षेत्र अंतर्गत हरियाबाडा वार्ड नंबर नौ में बुधवार की देर रात्री घर में आग लगने से एक ही परिवार के तीन लोग बुरी तरह झुलस गये. सभी घायलों को परिजनोें द्वारा इलाज के लिये सदर अस्पताल में भरती कराया गया. सभी का इलाज सदर अस्पताल में जारी है.झुलसे हुए […]
अररिया : अररिया आरएस ओपी थाना क्षेत्र अंतर्गत हरियाबाडा वार्ड नंबर नौ में बुधवार की देर रात्री घर में आग लगने से एक ही परिवार के तीन लोग बुरी तरह झुलस गये. सभी घायलों को परिजनोें द्वारा इलाज के लिये सदर अस्पताल में भरती कराया गया.
सभी का इलाज सदर अस्पताल में जारी है.झुलसे हुए लोगों में मो सबुल उनके आठ वर्षीय पुत्र मो अय्याश व पांच वर्षीय पुत्री बीबी फातमा शामिल है.जानकारी अनुसार मो सबुल सोये हुए क्रम में अचानक बिछावन पर आग भभक उठा.
इससे बचने के क्रम में आग की चपेट में आकर झुलस गये. इस मामले को लेकर आरएस थाना को जानकारी देने की बात बतायी गयी है.
बेहतर बीजों का चयन जरूरी
फसलों की अच्छी ऊपज के लिए गुणवत्तापूर्ण बीजों का होना जरूरी है. अच्छी िकस्मों के बीजों का प्रयोग कर फसल के उत्पादन में 15 से 20 प्रतिशत तक की वृद्धि हो सकती है. रबी फसल के बेहतर उत्पादन को लेकर कृषि िवज्ञान केंद्र में गुरुवार को रबी बीज उत्पादन पर दो दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन िकया गया. प्रशिक्षण में िकसानों को बीज संरक्षण व भंडारण से जुड़ी विभिन्न प्रकार की तकनीकी जानकारी दी गयी.
फसलों के बेहतर पैदावार में बेहतर किस्म के बीज का काफी महत्व है. बेहतर किस्म के बीज से फसल उत्पादन में 15 से 20 प्रतिशत तक का इजाफा संभव है. कृषि विज्ञान केंद्र में रबी बीज उत्पादन पर गुरुवार को संपन्न दो दिवसीय प्रशिक्षण के मौके पर उक्त बातें भोला प्रसाद शास्त्री कृषि विश्वविद्यालय के प्राचार्य राजेश कुमार ने कही.
उन्होंने कहा कि बेहतर बीज के लिए उनका उचित भंडारण जरूरी है. आर्द्रता ज्यादा होने जिले में बीजों का भंडारण प्रभावित होता है. उन्होंने कहा कि इस दो दिवसीय प्रशिक्षण में किसानों को बीज के उत्पादन उनके उचित भंडारण सहित उनके संरक्षण से जुड़े तकनीकी पहलुओं की जानकारी किसानों को दी गयी है. इससे क्षेत्र में बीज भंडारण को प्रोत्साहन मिलेगा. प्रशिक्षण में शामिल किसानों को संबोधित करते हुए केवीके के कार्यक्रम प्रबंधक बीएन मंडल ने कहा कि सामान्य तौर पर बाजारों में जो बीज उपलब्ध होते हैं. वो निम्न कोटि के होते हैं. बेहतर देख-रेख के बाद भी किसानों को इससे बेहतर पैदावार नहीं मिल पाता है.
बीज भंडारण को प्रोत्साहित करके इस समस्या का निजात तलाशा जा सकता है. मौके पर कृषि वैज्ञानिक डा जावेद इदरिश ने कहा कि बीजों के भंडारण के लिए उसे सही तरीके से सुखाया जाना जरूरी है. इसके अलावा भंडारित बीजों को सीधे जमीन के संपर्क में नहीं रखा जाना चाहिए. भंडारण के लिए प्रयुक्त बरतन भी नमी मुक्त होनी चाहिए. बीज भंडारण के लिये बाजार में उपलब्ध अच्छे किस्म के रासायनिक दवाओं की जानकारी उन्होंने किसानों को दी. मौके पर पूर्णिया कृषि विश्वविद्यालय के कीट विशेषज्ञ डा पारसनाथ, डा एसपी सिन्हा, डा बीबी झा, केवीके के वैज्ञानिक पंकज सिन्हा, केवीके के अन्य वैज्ञानिक व कर्मी मौजूद थे.