घर पर गिरा 11 हजार वोल्ट का तार, एक परिवार के छह की मौत
गायघाट (मुजफ्फरपुर): बेनीबाद मुशहरी टोला में गुरुवार को तड़के एक घर पर हाइटेंशन तार (11 हजार वोल्ट) टूट कर गिर गया. इसकी चपेट में आने से एक ही परिवार के छह लोगों की मौत हो गयी. मरने वालों में एक पुरुष, तीन महिलाएं व दो बिच्चयां शामिल हैं. घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने एनएच-57 […]
गायघाट (मुजफ्फरपुर): बेनीबाद मुशहरी टोला में गुरुवार को तड़के एक घर पर हाइटेंशन तार (11 हजार वोल्ट) टूट कर गिर गया. इसकी चपेट में आने से एक ही परिवार के छह लोगों की मौत हो गयी. मरने वालों में एक पुरुष, तीन महिलाएं व दो बिच्चयां शामिल हैं. घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने एनएच-57 जाम कर दिया. एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार सहित विद्युत वितरण कंपनी एस्सेल के अधिकारी मौके पर पहुंचे व मुआवजे का चेक परिजनों को दिया. इसके बाद लोग शांत हुये. दोपहर बाद ऊर्जा सचिव प्रत्यय अमृत मौके पर पहुंचे और उन्होंने 24 घंटे में घटना की जांच की बात कही.
जानकारी के अनुसार, हरिश्चंद्र मांझी व उनका परिवार घर के बरामदे पर सो रहा था. गुरुवार को तड़के करीब ढाई बजे घर के ऊपर से गुजर रहा 11 हजार वोल्ट का हाइटेंशन तार टूट कर गिर गया. इसकी चपेट में आने से हरिश्चंद्र मांझी (40), उनकी पत्नी माला देवी (35), भौजाई प्रमिला देवी (35), बेटी पूनम कुमारी (15), नतिनी काजोल (6) व अंजलि (2) झुलस गयीं. इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गयी. करंट की चपेट में हरिश्चंद्र मांझी के पड़ोसी कफेन सहनी व उसकी पत्नी प्रमिला देवी भी आयी, लेकिन किस्मत से वे बच गये. दोनों का हाथ झुलस गया.
इधर, तार टूटने की सूचना पाकर आस-पड़ोस के अन्य लोग खेतों की तरफ भागने लगे. पूर्व मुखिया उमेश सिंह ने फीडर को फोन किया, तब जाकर उसे ब्रेकडाउन किया गया. मौके पर पहुंचे बेनीबाद ओपी अध्यक्ष खुर्शीद आलम ने सभी शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेजा. मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने हरिश्चंद्र के तीनों बेटों को नौकरी देने की बात कही थी. शाम को डीएम धर्मेद्र सिंह ने इसको लेकर एस्सेल को निर्देश जारी कर दिया कि हरिश्चंद्र के तीनों बेटों को नौकरी दी जाये.
लोगों ने एनएच-57 को किया जाम
घटना से आक्र ोशित लोगों ने गुरु वार की सुबह एनएच-57 को जाम कर दिया. प्रशासन व एस्सेल के खिलाफ नारे लगाये. जाम करीब एक घंटे तक रहा. स्थानीय जनप्रतिनिधि व बेनीबाद ओपी अध्यक्ष के समझाने के बाद लोग जाम हटाने को तैयार हो गये, लेकिन उनका गुस्सा कम नहीं हुआ. सूचना पाकर एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार, डीएसपी पूर्वी मुत्तिफक अहमद, बीडीओ पंकज कुमार, सीओ निशिकांत के साथ विद्युत वितरण कंपनी एस्सेल के वरीय अधिकारी मौके पर पहुंचे, तो उन्हें भी लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा.
24 लाख रुपये दिया मुआवजा
जिला प्रशासन की पहल पर एस्सेल ने प्रत्येक मृतक के लिए चार-चार लाख रु पये मुआवजा देने की घोषणा की. मौके पर ही परजिनों को 24 लाख रु पये का चेक भी दिया गया. यही नहीं एस्सेल ने हरिश्चंद्र मांझी के दोनों पुत्रों व प्रमिला देवी के एक पुत्र को नौकरी देने की भी घोषणा की. इसके बाद शवों का दाह संस्कार किया गया.