छात्रवृत्ति योजना परीक्षा में बिहार के 4231 छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण

पटना: राष्ट्रीय आय सह छात्रवृत्ति योजना परीक्षा में बिहार के 4231 छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण हुए हैं.शिक्षा मंत्री पी के शाही और विभागीय प्रधानसचिव अमरजीत सिन्हा ने आज यहां संयुक्त रुप से संवादाताओं को संबोधित करते हुए बताया कि पिछले वर्ष 17 नवंबर में हुई राष्ट्रीय आय सह छात्रवृत्ति योजना परीक्षा में बिहार के 4231 छात्र-छात्रएं उत्तीर्ण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2014 4:34 PM

पटना: राष्ट्रीय आय सह छात्रवृत्ति योजना परीक्षा में बिहार के 4231 छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण हुए हैं.शिक्षा मंत्री पी के शाही और विभागीय प्रधानसचिव अमरजीत सिन्हा ने आज यहां संयुक्त रुप से संवादाताओं को संबोधित करते हुए बताया कि पिछले वर्ष 17 नवंबर में हुई राष्ट्रीय आय सह छात्रवृत्ति योजना परीक्षा में बिहार के 4231 छात्र-छात्रएं उत्तीर्ण हुए हैं.

शाही ने बताया कि इस योजना के तहत इस वर्ष पूरे देश में एक लाख छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति दिए जाने के लिए उनका चयन किया जाना था जिसमें बिहार के 3334 छात्र एवं 897 छात्रएं उत्तीर्ण हुए हैं. इस परीक्षा में बिहार के आठवीं कक्षा के 70716 छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे.

उन्होंने बताया कि इस परीक्षा में पिछले वर्ष की तुलना में बिहार से करीब 70 प्रतिशत अधिक छात्र-छात्रएं उत्तीर्ण हुए. पिछले वर्ष इस परीक्षा में बिहार के 2808 छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण हुए थे.

शाही ने बताया कि वर्ष 2008 में बिहार के इस परीक्षा में उत्तीर्ण हुए छात्र-छात्राओं से तुलना करें तो इसबार उत्तीर्ण हुए छात्र-छात्राओं की संख्या बिहार में चार गुना हो गयी है. वर्ष 2008 में इस परीक्षा में बिहार के उत्तीर्ण होने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या 1081 रही थी.

उन्होंने बताया कि इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले छात्र-छात्राओं को नवीं से 12वीं तक शिक्षा ग्रहण करने वालों को प्रत्येक माह पांच सौ रुपये की दर से प्रत्येक वर्ष छह हजार रुपये अगले चार वर्षो तक छात्रवृत्ति के रुप में दिए जाएंगे जो कि उनके बैंक खाते में राशि केंद्र सरकार द्वारा सीधे हस्तांतरित कर दी जायेगी.

शाही ने बताया कि इस परीक्षा में सफल हुए छात्र-छात्राओं को मिलने वाली छात्रवृत्ति को जारी रखने के लिए अगले चार वर्षो तक न्यूनतम 55 प्रतिशत के प्राप्त सहित कुछ अन्य शर्तों का अनुपालन करना होगा नहीं तो यह छात्रवृत्ति उनमें मिलना बंद हो जाएगी.

शाही ने बताया कि इस परीक्षा में बिहार से उत्तीर्ण होने वाले कुल छात्र-छात्राओं में सामान्य कोटि के 595, अनुसूचित जाति के 998, अनुसूचित जनजाति के 76, अत्यंत पिछडा वर्ग के 956, पिछडा वर्ग के 1254 और पिछडा वर्ग महिला की 352 शामिल हैं.शाही ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि बिहार में स्कूलों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति बढी है और यह बेहतर लक्षण हैं.

पी के शाही ने बताया कि उक्त रिपोर्ट में बिहार में शिक्षकों की एक प्रतिशत कम उपस्थिति को उनके विभाग ने गंभीरता से लिया है तथा पांचवी कक्षा के छात्र-छात्राओं के गणित में भाग देने एवं कक्षा तीन के छात्र-छात्राओं के घटाव में कमजोर होना बताया गया है जिसमें भी सुधार लाया जाएगा.

इस अवसर पर मौजूद शिक्षा विभाग के प्रधानसचिव अमरजीत सिन्हा ने बताया कि बिहार में सरकारी स्कूलों में वर्तमान में 65 से 66 प्रतिशत औसत छात्र-छात्राओं की उपस्थिति दर्ज की गयी है.

उन्होंने कहा कि देश में बिहार देश का एकमात्र ऐसा प्रदेश हैं जहां सर्वाधिक 91 प्रतिशत से अधिक बच्चे सरकारी स्कूलों में पढते हैं.

अमरजित ने बताया कि इस वर्ष अप्रैल महीने से स्कूलों बच्चों की उपस्थिति को प्रत्येक महीने के अंत में स्कूल की नोटिस बोर्ड पर लगा दिया जाएगा ताकि अभिभावक इसबात से अवगत हो सकें उनका बच्चा 75 प्रतिशत उपस्थिति के मापदंड को पूरा कर रहा है या नहीं.उन्होंने बताया कि स्कूलों में राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली पोशाक, साईकिल और छात्रवृत्ति के लिए निर्धारित तीन हजार करोड रुपये में से करीब 2800 करोड रुपये की राशि का वितरण किया जा चुका है.

अमरजीत ने बताया कि इन योजनाओं की बाकी राशि का वितरण आगामी 20 जनवरी तक कर दिए जाने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि वैसे शिक्षक जो कि दूसरी बार दक्षता परीक्षा में सफल नहीं हुए हैं उनकी संख्या 2734 हैं और उनके खिलाफ नियमावली के तहत कार्रवाई की जाएगी.

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