दर्जन भर नर्सिग होमों पर छापा
बेतियाः शहर के फर्जी नर्सिग होमों के खिलाफ शनिवार को बड़े पैमाने पर छापेमारी की गयी. इस दौरान हॉस्पिटल रोड के एक दर्जन नर्सिम होमों को खंगाला गया. इस दौरान डॉक्टरों समेत आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया. पुलिस ने हिरासत में लिये गये लोगों के नामों का खुलासा नहीं किया है, लेकिन […]
बेतियाः शहर के फर्जी नर्सिग होमों के खिलाफ शनिवार को बड़े पैमाने पर छापेमारी की गयी. इस दौरान हॉस्पिटल रोड के एक दर्जन नर्सिम होमों को खंगाला गया. इस दौरान डॉक्टरों समेत आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया. पुलिस ने हिरासत में लिये गये लोगों के नामों का खुलासा नहीं किया है, लेकिन बताया जा रहा है, जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है. उनमें कुछ नर्सिग होम संचालक भी हैं. वहीं, छापेमारी की खबर सुन कर कई संचालकों ने अपने यहां से आनन-फानन में मरीजों को निकाल दिया और ताला लगा दिया. वहीं, जिन नर्सिग होमों में छापेमारी की गयी है. वहां से भी कई मरीजों को जबरन डिस्चार्ज किये जाने की सूचना है.
एसपी सौरभ कुमार को शहर में बिना कागजात के नर्सिग होम चलाने की जानकारी मिली थी. इसी सूचना पर शनिवार को दिन में ग्यारह बजे हॉस्पिटल चौक पर छापेमारी शुरू की गयी. आठ टीमों ने एक साथ छापेमारी शुरू की गयी. इनमें अंचलाधिकारी व पुलिस कर्मी शामिल थे. साथ ही बड़ी संख्या में सुरक्षा बल भी थे. सबसे पहले डॉ अवधेश कुमार के नर्सिग होम चंपारण हेल्थ केयर में छापा मारा गया. नर्सिग होम में उस समय डॉ अवधेश मौजूद थे. पुलिस कर्मियों ने उनसे नर्सिग होम से संबंधित कागजात मांगे, नहीं दिखा पाने पर उन्हें हिरासत में ले लिया गया, जिस समय छापेमारी की गयी. उस समय डॉ अवधेश के यहां आधा दर्जन मरीज भर्ती थे. छापेमारी के दौरान वहां पर जितने कर्मचारी काम कर रहे थे. वह सब भाग गये. इस दौरान चार मरीज भी चले गये. शाम के समय केवल दो मरीज बचे थे. इनमें लौरिया का हारुन व मिट्ठू पटेल शामिल था. हारुन की पत्नी की डिलेवरी होनी है. वहीं, मिट्ठू को पेशाब नहीं होने की समस्या थी. दोनों सीरियस होने की वजह से नर्सिग होम में ही रह गये, लेकिन इनकी देख रेख करनेवाला कोई नहीं था. इनका कहना था, अब रात तो काटनी पड़ेगी. सुबह कहां इलाज कराना है, इसका फैसला करेंगे.
टीम ने डॉ प्रमोद कुमार के नीतू सजिर्कल में छापेमारी की. बताया जाता है, डॉ प्रमोद कुमार को भी हिरासत में ले लिया गया. इनके अस्पताल में भी ताला लटका था. डॉ राजीव कुमार के यहां भी टीम ने छापेमारी की.मीना बाजार के सेहत दवाखाना में भी छापेमारी की गयी. डॉ दिलीप कुमार की क्लीनक पर भी टीम ने धावा बोला. इनकी क्लीनिक लादूराम गोला के पास है. इनकी क्लीनिक पर भी छापेमारी के बाद ताला लटका मिला.
कई खून व पेशाब जांच घर व एक्स-रे व अल्ट्रा साउंड में भी छापेमारी की गयी. हिरासत में लिये गये डॉक्टरों व नर्सिग होम संचालकों से पूछताछ की जा रही है. पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही है, आखिर वह किस आधार पर नर्सिग होम चला रहे थे. छापेमारी के क्रम में डॉक्टर के सर्टिफिकेट व डिग्री आदि कागजातों की जांच की गयी. एसडीपीओ रामानंद कौशल ने बताया कि सभी को अभी हिरासत में रखा गया है. जांच के बाद ही कुछ बताया जा सकता है. छापेमारी शाम पांच बजे तक चली. इसमें एएसपी अभियान राजेश ,एसडीपीओ रामानंद कौशल, बेतिया सीओ लाला प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, नगर थानाध्यक्ष विमलेन्दू कुमार, मुफस्सिल के अशोक कुमार सहित सैकड़ों पुलिस बल शामिल थे.
लोगों की ओर से इस बात की लगातार शिकायत मिल रही थी. शहर में कई फर्जी डॉक्टर सक्रिय हैं, जिनके इलाज के दौरान मरीजों की मौत हो रही है. इसी के आधार पर छापेमारी की गयी, लेकिन इसमें ज्यादा सफलता नहीं मिली है. इसकी वजह लोगों का सपोर्ट नहीं मिलना है. हमारी लोगों की अपील है, वह कार्रवाई में हमारा सहयोग करें, ताकि फर्जी रूप से चिकित्सा कर रहे लोगों को चिह्नित किया जा सके.
सौरभ कुमार साह, एसपी, बेतिया