मुजफ्फरपुर के बीआरए बिहार विश्वविद्यालय ने स्नातक पार्ट वन परीक्षा 2021 के लिए शुल्क 650 रुपये निर्धारित किया है, जबकि कई कॉलेज चार हजार रुपये से अधिक वसूल रहे हैं. बगहां स्थित एक निजी कॉलेज ने तो छात्रों को 4250 रुपये का रसीद भी दिया है. इसमें सामान्य छात्र से विश्वविद्यालय परीक्षा फीस 650 रुपये लिया गया है.
वहीं, कॉलेज डेवलपमेंट व इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 1250 रुपये, मिसलेनियस (इलेक्ट्रिसिटी, हेल्थ, आइकार्ड, लाइब्रेरी व लेबोरेटरी) 1000 रुपये, इंटरनल एग्जाम के लिए 500 रुपये, रेमिटेंस चार्ज 250 रुपये और ट्यूशन फीस 500 रुपये लिया गया है. इसके अलावा 100 रुपये ऑनलाइन चार्ज भी जोड़ दिया गया है.
इसी तरह मुजफ्फरपुर के निजी कॉलेजों के खिलाफ दो से तीन हजार रुपये तक परीक्षा फॉर्म भरवाने के लिए लेने का आरोप है. छात्र जब इसका विरोध करते हैं, तो कॉलेजकर्मी उनका फॉर्म भरवाने से मना कर दे रहे हैं. छात्र-छात्राओं का कहना है कि फोन से विवि के अधिकारियों से शिकायत कर रहे हैं, लेकिन कॉलेज में वसूली बंद नहीं हो रही.
छात्र-छात्राओं का कहना है कि नामांकन के समय भी पूरी फीस दिये थे. उस समय भी डेवलपमेंट व मिसलेनियस सहित अन्य चार्ज लिया गया था. ऐसे में परीक्षा से पहले फिर से तरह-तरह के चार्ज जोड़ कर वसूली करना उचित नहीं है. सत्र 2020-23 के लिए वर्ष 2020 में नामांकन हुआ था.
परीक्षा नियंत्रक डॉ संजय कुमार ने कहा कि अंगीभूत व संबद्ध कॉलेजों में परीक्षा फॉर्म भरवाने के लिए विश्वविद्यालय की ओर से फीस निर्धारित करते हुए सभी कॉलेजों को पत्र भेजा गया है. अधिक पैसे की वसूली के संबंध में यदि छात्र लिखित शिकायत करेंगे, तो संबंधित कॉलेज के खिलाफ जांच कर कार्रवाई होगी.