दो महीने से अधिक का है बिल बकाया, तो कर दें जमा वर्ना कटेगी बिजली, एसबीपीडीसीएल ने बिहार में शुरू किया वसूली अभियान
जिन लोगों पर भी अक्तूबर से पहले का बिजली बिल बाकी है, उन सभी ने यदि अपने बिजली बिल की अदायगी नहीं की तो उनका बिजली कनेक्शन काट दिया जायेगा.
पटना. जिन लोगों पर भी दो महीने से अधिक का बिजली बिल बाकी है, ऐसे सभी बकायेदारों की बिजली कटेगी. एसबीपीडीसीएल सोमवार से वसूली अभियान शुरू कर रहा है.
इस दौरान जिन लोगों पर भी अक्तूबर से पहले का बिजली बिल बाकी है, उन सभी ने यदि अपने बिजली बिल की अदायगी नहीं की तो उनका बिजली कनेक्शन काट दिया जायेगा.
अक्तूबर नवंबर का बिजली बिल बाकी रखने वाले ऐसे लोगों का बिजली बिल भी काट दिया जायेगा, जिनका बिल उनके कनेक्शन लेते समय जमा करवाये गये दो महीने के सिक्युरिटी डिपोजिट से अधिक है.
पॉश मशीन और इ-वॉलेट लेकर निकलेंगे बिजली कर्मी
बकाये बिल की वसूली के लिए बिजली कर्मी पॉश मशीन और इ-वॉलेट लेकर निकलेंगे. ताकि बिजली कनेक्शन को कटने से बचाने के लिए यदि कोई तत्क्षण बिजली बिल जमा करना चाहे तो उसी समय बिल को एसबीपीडीसीएल के खाते में जमा कराया जा सके.
एसबीपीडीसीएल ने एक मोबाइल नंबर भी जारी किया है जिस पर बिजली बिल भुगतान के लिए इच्छुक कोई भी व्यक्ति संपर्क कर अपने घर पर इ-वॉलेट वाले टीम को बुला सकता है और बिजली बिल पे कर सकता है.
प्रति किलोवाट की दर से तय होता है सिक्युरिटी डिपोजिट
विद्युत उपभोक्ताओं द्वारा लिया जाने वाला सिक्युरिटी डिपोजिट प्रति किलोवाट की दर से तय होता है. डोमेस्टिक कनेक्शन के लिए यह 800 रुपये प्रति किलोवाट, इंडस्ट्रियल के लिए 1200 रुपये प्रति किलोवाट और कमर्शियल के लिए 1300 प्रति किलोवाट है.
सिक्युरिटी डिपोजिट की दर उपभोक्ता द्वारा दो महीने में किये जाने वाले औसत खपत को ध्यान में रखकर तय किया गया है. इससे अधिक राशि की बिजली उपभोक्ता दो महीने के भीतर खपत कर लेता है. लिहाजा दो महीने से अधिक के बकायेदारों के प्रति सख्ती बरतने का निर्णय लिया है.
रेवेन्यू कलेक्शन में गिरावट से परेशान है बिजली कंपनी
बिजली कंपनी कोरोना काल में रेवेन्यू कलेक्शन में आयी गिरावट से परेशान है. इस वर्ष एसबीपीडीसीएल के बिजली बिल कलेक्शन में 15 फीसदी की गिरावट आयी है.
इससे निबटने के लिए रविवार को भी काउंटर खोलकर रेवेन्यू कलेक्शन बढाने का प्रयास किया गया. वहीं, उपभोक्ता पर भुगतान हेतु दबाव बनाने को कनेक्शन काटने का निर्णय लिया.
Posted by Ashish Jha