गांजा व ब्राउन शुगर की तस्करी में साथ छोड़ा तो अपहरण कर मार दी गोली, जानिए ये कौन है तस्कर…
घायल युवक के बयान के आधार पर बताये गये विभिन्न घटनास्थलों पर शाम में ही पुलिस जांच को पहुंची
भागलपुर. बिहार के भागलपुर के विवि थाना में गुरुवार की सुबह एक युवक लहूलुहान स्थिति में पहुंचा, जहां उसने अपराधियों द्वारा गोली मारे जाने की बात कही. यह कहते हुए ही युवक थाना में ही बेहोश हो गया. जिसके बाद थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों ने युवक को मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया. जहां घंटों इलाज के बाद युवक को होश आया. युवक के होश में आने के बाद पूरी घटना की जानकारी दी. जिसमें उसने गांजा-ब्राउन शुगर की तस्करी से अपने साथियों का साथ छोड़ने के बाद साथियों द्वारा अपहरण कर गोली मारने की बात कही. मामले की गंभीरता को देखते हुए सिटी डीएसपी ने बबरगंज थानाध्यक्ष को घायल का बयान दर्ज करने का निर्देश दिया. घायल युवक के बयान के आधार पर बताये गये विभिन्न घटनास्थ लों पर शाम में ही पुलिस जांच को पहुंची. पर घटनास्थल का सत्यापन नहीं हो सका. घायल युवक बबरगंज थाना क्षेत्र के मोहद्दीनगर दुर्गा स्थान के पास रहने वाले 28 वर्षीय सुभाष मंडल है. उसने बताया कि बुधवार को वह अपनी दीदी के घर कोयली खुटाहा गया था. बुधवार रात के वक्त ही वह वहां से ऑटो पकड़ वापस भागलपुर लौटा.
वह डिक्सन मोड़ पर उतरा. जहां गुमटी लगाकर गांजा और ब्राउन शुगर बेचने वाले राजेश साह ने उसे देख लिया और उसे आवाज देकर खदेड़ने लगा. वह राजेश से बचकर किसी तरह भागकर मिरजानहाट स्थित काली स्थान पहुंचा. अचानक वहां एक मारुती वैन आयी. जिसमें से उतरे हसनगंज निवासी राजेश साह, छोटू दास, मुक्को साह और बरियारपुर निवासी दीपक यादव ने उसे पकड़ लिया. इतने में राजेश साह ने उसे गर्दन पर एक सूई घुसा दी. जिसके बाद वह बेहोश हो गया. अचानक उसे साहेबगंज के पास होश आया. जहां उसने शोर मचाने की कोशिश की पर उन लोगों ने उसे रूमाल सुंघा कर दोबारा बेहोश कर दिया. जब उसे होश आया, तो रात का लगभग तीन बज रहे थे. उसके सिर, कंधे और पीठ में गोली लगी हुई थी और उसने अपने आपको दियारा में पाया. वहां से खेत व नाले में गिरते- पड़ते सड़क पर पहुंचा. जहां उसे सामने थाना दिखा. वहां पहुंच उसने पुलिस को सारी बात बतायी, जिसके बाद उसे अस्पताल में होश आया. सिटी डीएसपी के निर्देश पर अस्पताल पहुंचे बबरगंज थानाध्यक्ष एसआई पवन कुमार सिंह ने घायल का बयान दर्ज किया. बयान लेने के बाद पुलिस ने पूरी घटना को फिल्मी रूप दिये जाने की बात कही. पुलिस को संदेह है कि घायल सुभाष मंडल गलत कार्यों में लिप्त है और इसी वजह से उसके और साथियों के बीच हुए विवाद में उसे गोली मारी गयी है.