Mahalaxmi Vrat Date 2020: आज महालक्ष्मी व्रत है. महालक्ष्मी व्रत धन, ऐश्वर्य, समृद्धि और संपदा की प्रात्ति के लिए किया जाता है. इस दिन लोग धन-संपदा की देवी माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं. मान्यता है कि हाथी पर बैठे लक्ष्मी की इस दिन पूजा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं. माता लक्ष्मी के आठ रूप माने गए हैं. आदि लक्ष्मी, धन लक्ष्मी, गज लक्ष्मी, धान्य लक्ष्मी, वीर लक्ष्मी, विजयालक्ष्मी, संतान लक्ष्मी और विद्या लक्ष्मी की आज पूजा की जाती है. आइए जानते है मां लक्ष्मीजी को प्रसन्न करने के लिए पूजा विधि और मंत्र…
इस व्रत में इन सभी रूपों की पूजा और मंत्रों चाहिए. ऐसा कहा जाता है कि ये व्रत करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और इस व्रत को करने वालों के जीवन में सुख सौभाग्य की प्राप्ति होती है. आज गज लक्ष्मी यानी हाथी पर बैठी महालक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए. राधाष्टमी के दिन से शुरू होने वाले इस व्रत में मां लक्ष्मी का खास आह्वान किया जाता है.
आज महालक्ष्मी व्रत है. वहीं, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और नेपाल के कुछ हिस्सों में आज माताएं जीवित्पुत्रिका व्रत रखी है. वहीं, देश के कुछ हिस्सों में महालक्ष्मी पूजा आज धूमधाम से की जाती है. महालक्ष्मी व्रत में मां लक्ष्मी के रूप श्रीगज लक्ष्मी, श्रीवीर लक्ष्मी, श्री विजय लक्ष्मी, श्री आदि लक्ष्मी मां, श्री धान्य लक्ष्मी, श्री संतान लक्ष्मी मां की पूजा करने से मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है. मान्यता हैं कि महालक्ष्मी व्रत के दिन पूजा स्थल पर हल्दी से कमल बनाकर उस पर मां लक्ष्मी की मूर्ति स्थापना करें और मूर्ति के सामने श्रीयंत्र और सोने-चांदी के सिक्के रखें.
ऊं आद्यलक्ष्म्यै नम:
ऊं विद्यालक्ष्म्यै नम:
ऊं सौभाग्यलक्ष्म्यै नम:
ऊं अमृतलक्ष्म्यै नम:
ऊं कामलक्ष्म्यै नम:
ऊं सत्यलक्ष्म्यै नम:
ऊं भोगलक्ष्म्यै नम:
ऊं योगलक्ष्म्यै नम:
News Posted by: Radheshyam kushwaha