Mother’s Day 2021: एक मां का जीवन अजीब होता है. इनका जीवन त्याग, प्रेम और देखभाल जैसी चीजों के बीच गुजर जाता है. एक मां अपने बच्चों से बिना किसी शर्त के प्यार करती है. इसलिए हर बच्चा अपनी मां के लिए मदर्स डे को खास बनाना चाहता है. मदर्स-डे हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को मनाया जाता है. इस साल ये दिन 9 मई दिन रविवार यानि आज है. मां को भगवान का दर्जा दिया जाता है. हर किसी की जिंदगी में मां की भूमिका सबसे अनोखी और अलग होती है. इसलिए मदर्स डे के दिन बच्चे अपनी मां को स्पेशल फील कराने का कोई मौका नहीं छोड़ते. आइए जानते है मदर्स डे से जुड़ी पूरी जानकारी…
हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है. इस बार मई का दूसरा रविवार 9 मई को पड़ रहा है. इस दिन दुनियाभर में लोग अपनी माताओं का सम्मान करते हैं. अपनी मां के प्रति अपना प्यार प्रकट करते हैं. उन्हें तोहफे देते हैं और उनके लिए इस दिन को खास बनाने की हर एक कोशिश करते हैं.
एक मां जिंदगी में कई फर्ज, कई रिश्ते बिना किसी स्वार्थ के निभाती है. मां का दर्जा भी काफी ऊपर माना जाता है. मां निस्वार्थ भाव से अपने बच्चों से प्यार करती है, अपने पति की देखभाल करती है. इसके साथ ही घर की देखरेख करती है और बिना किसी छुट्टी के पूरी जिंदगी काम करती है.
हर साल हम मदर्स डे मनाते हैं. मदर्स डे की शुरुआत कब हुई थी शायद आपको इसकी कहानी के बारे में पता नहीं होगा. आपको बता दें कि अमेरिका में पहला मदर्स डे समारोह उस वक्त शुरू हुआ था, जब एना जार्विस नाम की एक महिला अपनी मां की मृत्यु से पहले उनकी खुशियों और इच्छाओं को सेलिब्रेट करना चाहती थी. इस पर पहल करते हुए इस महिला ने वेस्ट वर्जीनिया के सेंट एंड्रयूज मेथेडिस्ट चर्च में उनकी मृत्यु के तीन साल बाद यानी 1908 में एक स्मारक रखा.
वहीं, साल 1905 में जब इस महिला की मां एन रीव्स जार्विस का निधन हो गया था. उसके बाद से उन्हीं की पहल से संयुक्त राज्य अमेरिका में मदर्स डे को छुट्टी के रूप में मान्यता देने के लिए एक अभियान की शुरुआत हुई थी. इसके बाद 1911 में मदर्स डे को मान्यात मिल गयी, लेकिन इस दिन छुट्टी देने से इंकार कर दिया गया था. हालांकि, साल 1941 में वुडरो विल्सन ने मई के महीने में दूसरे रविवार को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करते हुए एक घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर कर दिया.
Posted by: Radheshyam Kushwaha