गुमला के सिसई प्रखंड में ओडीएफ घोषित, फिर भी सकरौली गांव में नहीं बना एक भी शौचालय

शौचालय निर्माण को लेकर गांव के ग्रामीण अपने स्तर पर पंचायत के मुखिया रेणु कुमारी व प्रखंड प्रशासन से अनेकों बार गुहार लगा चुके हैं. किंतु मुखिया व प्रखंड प्रशासन शौचालय निर्माण की दिशा में कोई पहल नहीं की. जिसके कारण गांव के महिला, पुरुष, बच्चे, बूढ़े खेतो व नदी नालों के किनारे शौच करने को विवश हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | July 28, 2021 12:54 PM

गुमला : सकरौली गांव के ग्रामीणों ने हर घर में शौचालय निर्माण के लिए मंगलवार को गांव में हस्ताक्षर अभियान चलाया. हस्ताक्षर अभियान पूरा करने के बाद बीडीओ सुनीला खलखो को 170 ग्रामीणों का हस्ताक्षर युक्त आवेदन सौंप कर सकरौली गांव में शौचालय निर्माण की गुहार लगायी है. यहां बताते चले कि प्रखंड को ओडीएफ घोषित हुए तीन साल से अधिक समय बीत गया है. उसके बाद प्रखंड मुख्यालय से महज तीन किमी दूरी पर स्थित सकरौली गांव में एक भी शौचालय नहीं बनाया गया है. गांव में 200 परिवार खुले में शौच करने के लिए मजबूर हैं.

शौचालय निर्माण को लेकर गांव के ग्रामीण अपने स्तर पर पंचायत के मुखिया रेणु कुमारी व प्रखंड प्रशासन से अनेकों बार गुहार लगा चुके हैं. किंतु मुखिया व प्रखंड प्रशासन शौचालय निर्माण की दिशा में कोई पहल नहीं की. जिसके कारण गांव के महिला, पुरुष, बच्चे, बूढ़े खेतो व नदी नालों के किनारे शौच करने को विवश हैं. ग्रामीण बताते हैं कि शौचालय नहीं होने से सबसे अधिक महिलाओं व बुजुर्गों को कठिनाइयो का सामना करना पड़ता हैं.

बरसात में खेती का मौसम होने के कारण सुबह से शाम तक लोग खेतों में काम करते रहते हैं. ऐसी स्थिति में महिला व बच्चियों को अंधेरा होने का इंतजार करना पड़ता है. ग्रामीण कृष्णा साहू, बजरंग साहू, दिवाकर साहू, ननकू साहू, मनोज साहू ने बताया कि सकरौली गांव में सभी खुले में शौच जाते हैं. खुले में शौच मुक्त के उद्देश्य से सरकार के द्वारा हर घर में शौचालय निर्माण कराया गया. परंतु इस गांव को मुखिया व प्रखंड प्रशासन की उदासीनता के कारण शौचालय का लाभ नहीं मिल पाया है. ग्रामीण कहते हैं कि यह प्रशासन से अंतिम गुहार व मांग है.

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