उग्रवाद से लड़ाई में अब खेल को हथियार बनायेगी झारखंड सरकार, सहाय योजना की होगी शुरूआत, जानें क्या होगा इसका प्रारूप

सहाय योजना के तहत उग्रवाद प्रभावित पांच जिलों सरायकेला-खरसावां, चाईबासा, खूंटी, सिमडेगा व गुमला के 55 प्रखंडों और 65 पुलिस थानों में फुटबॉल, हॉकी, एथलेटिक्स और वॉलीबॉल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा. प्रतियोगिताओं में 14 से 19 वर्ष के युवा (लड़के-लड़कियां) हिस्सा ले सकेंगे.

By Prabhat Khabar News Desk | June 11, 2021 7:14 AM

Sahay Scheme in Jharkhand 2021, Ranchi News रांची : राज्य सरकार उग्रवादियों से लड़ने के लिए अब खेल को हथियार में रूप में इस्तेमाल करेगी. उग्रवाद प्रभावित इलाकों के पुलिस स्टेशनों और प्रखंड कार्यालयों की ओर से खेल प्रतियोगिताएं करायी जायेगी. खेल विभाग ने इसके लिए स्पाेर्ट्स एक्शन टूवर्डस हार्नसिंग एस्परेशन ऑफ यूथ (सहाय) नाम की योजना तैयार की है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर तैयार की गयी इस योजना का उदघाटन जल्द ही किया जायेगा.

14-19 साल के युवाओं को मिलेगा मौका :

सहाय योजना के तहत उग्रवाद प्रभावित पांच जिलों सरायकेला-खरसावां, चाईबासा, खूंटी, सिमडेगा व गुमला के 55 प्रखंडों और 65 पुलिस थानों में फुटबॉल, हॉकी, एथलेटिक्स और वॉलीबॉल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा. प्रतियोगिताओं में 14 से 19 वर्ष के युवा (लड़के-लड़कियां) हिस्सा ले सकेंगे.

इस दौरान लोगों को मानव तस्करी, बाल विवाह, शिक्षा की आवश्यकता, डायन कुप्रथा, कुपोषण और पलायन के बारे में भी जागरूक किया जायेगा. पहले चरण में प्रतियोगिताओं का आयोजन थानों और प्रखंड कार्यालयों में किया जायेगा. उसके बाद जिला और फिर राज्यस्तर पर प्रतियोगिताएं होंगी.

तैयार होगा क्षेत्रीय युवाओं का डेटाबेस :

खेल प्रतियोगिताओं के लिए संबंधित जिलों के पुलिस स्टेशनों को जिम्मेवारी दी जायेगी. टीमों के लिए युवाओं का पंजीकरण, उनके स्कूल, शैक्षणिक विवरण, बुनियादी स्वास्थ्य मापदंडों (ऊंचाई, वजन और बीएमआइ) और माता-पिता के विवरण से थानों को क्षेत्रीय युवाओं का मजबूत डेटाबेस तैयार करने में भी मदद मिलेगी. प्रतियोगिता से सामाजिक कार्यकर्ताओं, सामुदायिक नेताओं, पंचायत पदाधिकारियों, चुने गये स्थानीय प्रतिनिधियों और पूर्व खिलाड़ियों को भी जोड़ा जायेगा.

Posted by : Sameer Oraon

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