पश्चिम बंगाल में आसनसोल में भगदड़ के दौरान तीन लोगों की मौत के मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए आसनसोल के पूर्व मेयर और भाजपा नेता जितेन्द्र तिवारी (Jitendra Tiwari ) ने कलकत्ता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. यही याचिका उनकी पत्नी चैताली तिवारी ने भी दायर की थी. राज्य पुलिस ने आसनसोल में कंबल बांटने के मामले में जितेंद्र तिवारी और उनकी पत्नी चैताली के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. आरोप है कि इस बैठक में प्रशासनिक अनुमति नहीं ली गई थी. जितेंद्र ने इस मामले की जल्द सुनवाई का अनुरोध किया है.
Also Read: West Bengal Breaking News LIVE : कंबल मामले में भाजपा नेता जितेन्द्र तिवारी ने खटखटाया हाईकोर्ट का दरवाजा
मिली जानकारी के अनुसार भाजपा नेता जितेन्द्र तिवारी के द्वारा दायर की गई याचिका पर कल सुनवाई होने की उम्मीद जताई जा रही है.ऐसे में कल का दिन जितेन्द्र तिवारी के लिए बेहद खास होने वाला है. गौरतलब है कि आज जितेन्द्र तिवारी के घर मंगलवार को आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के एसीपी (सेंट्रल 2) के नेतृत्व में 7 सदस्यीय टीम जितेंद्र तिवारी के फ्लैट पर गई. जितेंद्र की पत्नी आसनसोल नगर निगम के वार्ड 27 की पार्षद चैताली को भी पूछताछ के लिए समय दिया गया लेकिन जब पुलिस वहां पहुंची तो उनके घर पर ताला लगा हुआ था. घंटों इंतजार करने के बाद पुलिस काे वहां से वापस लौटना पड़ा.
Also Read: मिलेनियम पार्क से दक्षिणेश्वर तक घाटों का होगा सौंदर्यीकरण, गंगा आरती की तैयारियों में जुटा नगर निगम
सनद रहे कि आसनसोल नॉर्थ थाना क्षेत्र अंतर्गत गोसाईं डांगाल इलाके के एक मैदान में 14 दिसंबर 2022 को शिव चर्चा के साथ कंबल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम में राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी भी शामिल हुए थे. मुख्य आयोजनकर्ता चैताली तिवारी थीं. जिसमें पांच हजार लोगों को कंबल देने के लिए कूपन बांटा गया था. कंबल वितरण के दौरान भगदड़ मचने से दो महिला व एक 12 साल की बच्ची की मौत हो गयी. छह महिलाएं बुरी तरह घायल हुई, जिनका इलाज चल रहा है.
Also Read: आसनसोल भगदड़ कांड में जितेंद्र तिवारी व चैताली तिवारी, गौरव गुप्ता को नामजद कर दर्ज हुई प्राथमिकी