पश्चिम बंगाल के बोलपुर में सीबीआई तृणमूल नेता अनुब्रत मंडल के करीबी लोगों से पूछ-ताछ कर रही हैं. गुरुवार को बोलपुर के भूमि रजिस्ट्री कार्यालय के अधिकारियों को सीबीआई ने अपने अस्थाई कैंप में दस्तावेज के साथ पूछ-ताछ के लिये बुलाया था. सीबीआई के अधिकारी आज सुबह शांति निकेतन के कैंप में झोला में भर्ती जमीन से संबंधित मामले में पूछ-ताछ किया. मिली जानकारी के अनुसार अनुब्रत मंडल के परिजन दुर्गा पूजा के दौरान कुछ दिनों के लिए राहत की सांस लिए ही थे कि मंगलवार से सीबीआई अधिकारियों ने उनकी फिर से नींद उड़ा दी है. वे फिर शांतिनिकेतन के रतन कुठी स्थित अस्थायी सीबीआई कैंप में आए और एक-एक कर अधिकारियों को नोटिस भेजने लगे है और फिर मामले की जांच में जुट गये है.
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अनुब्रत मंडल के संपर्क में रहने वाले लोगों से सीबीआई ने पूछ-ताछ शुरु कर दिया है. व्यवसायी संजीव मजूमदार जो अनुब्रत मंडल के करीबी है उनसे सीबीआई के अधिकारियों ने सीधे सात घंटे तक पूछताछ की थी. सूत्रों के मुताबिक यह पूछ-ताछ कई बैंक खातों के वित्तीय लेनदेन पर नजर रखने के लिए था.हालांकि पूछ-ताछ के दौरान सीबीआई अधिकारियों के साथ संजीव मजूमदार उचित तरीकें से सहयोग करते नजर नहीं आये. दुर्गा पूजा के बाद सीबीआई के रडार पर संजीव मजूमदार अकेले नहीं हैं और भी कई लोग है. जिनके बारे में सीबीआई ने खुलासा नहीं किया है.
मिली जानकारी के अनुसार अनुब्रत मंडल के ग्राम गृह नानूर में भी कई संपत्तियों के निशान मिले हैं. उन संपत्तियों के बारे में दस्तावेज लेने के लिए नानूर उप रजिस्ट्री कार्यालय के एक अधिकारी को रतनकुठी बुलाया गया था. उन्होंने आज सीबीआई अधिकारियों को कई दस्तावेज सौंपे है. सीबीआई अधिकारियों ने आशुतोष मुखर्जी नाम के एक शिक्षक को भी तलब किया. उन्होंने अपनी एक जमीन अनुब्रत मंडल के एक करीबी सहयोगी को बेच दी थी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई के अधिकारी इस बात की जानकारी लेना चाहते हैं कि उन्होंने जमीन को कितने पैसे में बेचा और पैसे का लेन-देन नकद में हुआ या बैंक के जरिए?
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रिपोर्ट : मुकेश तिवारी