पश्चिम बंगाल के बोलपुर में लॉटरी दुकान पर छापामारी कर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने कई दस्तावेज जब्त किये हैं. जांच में सीबीआई को पता चला है कि डियर लॉटरी (Dear Lottery) में तृणमूल कांग्रेस के बोलपुर जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल (Anubrata Mondal) ने एक करोड़ रुपये का इनाम पिछले वर्ष यानी वर्ष 2021 में जीता था. गौ तस्करी मामले में सीबीआई ने अनुब्रत मंडल को गिरफ्तार कर रखा है. इसके बाद से अनुब्रत की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं.
चर्चा है कि लॉटरी में एक करोड़ रुपये का मिलना काला धन को सफेद करने का एक तरीका हो सकता है. बोलपुर चौराहे पर स्थित लॉटरी दुकान पर सीबीआई अधिकारियों ने छापामारी की. बताया जाता है कि इसी साल जनवरी में सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हुआ था. अनुब्रत मंडल ने पहले इस बारे में कुछ भी बोलने से इनकार किया था, लेकिन बाद में कहा कि कार में यात्रा करते समय एक दिन उन्होंने ड्राइवर-सुरक्षा गार्ड से सुना कि वे सभी लॉटरी का टिकट खरीदते हैं.
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तभी उन्होंने मजाक में अपने लिए भी टिकट खरीदने के लिए कहा था. इस तरह उन्होंने टिकट खरीदा था. सीबीआई अब लॉटरी से अनुब्रत मंडल को मिले एक करोड़ रुपये के बारे में जांच कर रही है. बताया जाता है कि सीबीआई ने पिछले बुधवार को बोलपुर में लॉटरी की दुकान के मालिक बापी गंगोपाध्याय को तलब किया था. उस समय वे निजाम पैलेस भी गये थे. बाद में उनसे रतनकुठी में भी पूछताछ हुई थी.
सीबीआई अधिकारी शुक्रवार सुबह बोलपुर में एक और लॉटरी की दुकान पर देखे गये. बताया जाता है कि आज सुबह सीबीआई अधिकारी ने लॉटरी दुकान के मालिक और कर्मियों से काफी देर तक बात की. कई दस्तावेज भी जब्त किये. जांच अधिकारियों ने दुकानदार से लॉटरी के पैसे के बारे में पूछा. अनुब्रत ने वास्तव में एक करोड़ का इनाम जीता था या मामला कुछ और था. काले धन को सफेद करने की ये कोई तरकीब तो नहीं थी.
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सीबीआई अधिकारी इस बात की पुष्टि करना चाहते हैं कि अनुब्रत मंडल ने टिकट खरीदा भी था या नहीं? सीबीआई की आज की कार्रवाई से क्षेत्र के कई लोगों में हड़कंप मच गया है. विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया था कि अनुब्रत मंडल को जो लॉटरी लगी थी, वह काला धन को सफेद करने का षड्यंत्र था.
रिपोर्ट- मुकेश तिवारी, आसनसोल