पश्चिम बंगाल के आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों की ओर से चैताली तिवारी को दूसरी नोटिस दिये जाने के बावजूद पुलिस को उनके घर से खाली हाथ लौटना पड़ा. इस दिन भी चैताली तिवारी अपने घर पर नहीं मिली और पुलिसकर्मियों को खाली हाथ लौटना पड़ा. गुरुवार सुबह करीब दस बजे पुलिसकर्मी आसनसोल स्थित चैताली तिवारी के आवास पर गए. लेकिन इस दिन भी आवास पर ताला लगा रहा. वहीं चैताली तिवारी को कलकत्ता हाईकोर्ट से सुरक्षा मिल गई है.
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मिली जानकारी के अनुसार कंबल वितरण के दौरान हुई मौत के मामले में पुलिस कर्मी कार्यक्रम के आयोजकों में से एक चैताली तिवारी को दूसरी नोटिस जारी करने गई थी. पुलिस के एक नोटिस में कहा गया है कि गुरुवार को चैताली घर पर ही रहे.पुलिस आएगी और पूछताछ करेगी. इस दिन पुलिस चैताली के घर गई, लेकिन घर पर ताला लगा पाया और वापस लौट गई. वहीं मालूम हो कि इस घटना में चैताली तिवारी ने कलकत्ता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. गौरतलब है कि 14 नवंबर को भाजपा की ओर से आसनसोल नगर पालिका के वार्ड नंबर 27 में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. कार्यक्रम में कंबल बांटने के दौरान एक बच्चे समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी.उधर, पुलिस के मुताबिक इस कार्यक्रम के लिए आयोजकों से जरूरी अनुमति नहीं ली गई थी.
कोलकाता हाईकोर्ट में गुरुवार को चैताली के वकील राजदीप मजूमदार ने कोर्ट में सुनवाई के दौरान कहा, यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. लेकिन धारा 304 पार्ट टू में नोटिस कैसे दिया जाता है? एफआईआर में लिखा है, यह हादसा छोटी सी जगह में हुआ. जस्टिस जय सेनगुप्ता ने कहा, आप जांच न करने का आदेश कैसे मांग सकते हैं ? यह भी बताया गया कि मौत की जांच को नहीं रोका जा सकता है. पुलिस चैताली से दो दिन और पूछताछ कर सकती है. हालांकि जितेंद्र तिवारी की पत्नी को तीन हफ्ते की सुरक्षा भी दी गई है.
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रिपोर्ट : मुकेश तिवारी बर्दवान