deocha pachami coal block news: पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला में स्थित देउचा पचामी कोयला प्रोजेक्ट से प्रभावित 54 परिवारों को ममता बनर्जी की सरकार हर महीने 10 हजार रुपये भत्ता देगी. कोलकाता के मेयर और तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता फिरहाद हकीम ने शनिवार को सिउड़ी स्थित रवींद्र सदन में आयोजित एक कार्यक्रम में यह घोषणा की. उन्होंने कहा कि 354 लोगों को सरकारी नौकरी भी दी जायेगी.
बीरभूम के मोहम्मद बाजार में है देउचा पचामी कोल प्रोजेक्ट
बता दें कि देउचा पचामी कोल प्रोजेक्ट बीरभूम जिला के मोहम्मद बाजार में है. फिरहाद हकीम ने कहा कि जो लोग इस प्रोजेक्ट के लिए अपनी जमीन दे रहे हैं, उन्हें दो फेज में नौकरी दी जायेगी. उन्होंने बताया कि कुल 354 लोगों को नौकरी मिलेगी. 238 लोगों को राज्य सरकार ग्रुप डी की नौकरी देगी. इस अवसर पर इलाके के कई परिवार के सदस्यों को नियुक्त पत्र भी सौंपा गया. कार्यक्रम में मंच पर सांसद शताब्दी रॉय, जिला पुलिस अधीक्षक नागेंद्र त्रिपाठी, पूर्व जिला पुलिस अधीक्षक के अलावा डीएम विधान राय भी उपस्थित थे.
सीपीएम ने षडयंत्र कर टाटा को सिंगूर से भगाया था: फिरहाद हकीम
बीरभूम के देउचा-पचामी ओपन कास्ट कोयला खदान के लिए भूमि देने वालों को नौकरी असाइनमेंट समारोह में तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष नेता फिरहाद हकीम ने कहा कि मैं भी कह रहा हूं कि सीपीएम सरकार ने टाटा को षड्यंत्र करके सिंगूर से भगा दिया था. राज्य से टाटा को निकालने की साजिश सीपीएम ने ही रची थी.
तृणमूल ने खूब उछाला है सिंगूर का मुद्दा
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से तृणमूल कांग्रेस की ओर से सिंगूर के मुद्दे को खूब उछाला जा रहा है. अभी हाल ही में मुख्यमंत्री एवं तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा था की सिंगूर से माकपा ने टाटा भगा दिया था. इस कथन के बाद राज्य की राजनीति गरमा गयी. ममता बनर्जी के बयान पर हंगामा थमा भी नहीं था कि फिरहाद हकीम ने एक बार फिर वही बात दोहरा दी है.
रिपोर्ट- मुकेश तिवारी, आसनसोल