पश्चिम बंगाल के बर्दवान में गौ तस्करी ,कोयला तस्करी , लॉटरी कांड जैसे घोटालों के बाद सरकारी नकली बालू का चालान के मार्फत एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश सामने आया है. पूर्व बर्दवान जिले में बालू तस्करी के सरकारी चालान का फर्जीवाड़ा मामला सामने आने के बाद पूर्व बर्दवान जिला पुलिस ने बीरभूम से गिरफ्तार इस गिरोह के मास्टर माइंड से पूछताछ शुरु कर दिया है. बालू के अवैध और नकली चालान बनाकर राज्य सरकार को करीब 132 करोड़ रूपयों की चपत लगाई गई है. जिला पुलिस का मानना है की इस गोरखधंधे में शामिल चार लोगों को दो दिन पहले ही जिले के खंडघोष इलाके से गिरफ्तार किया गया था. इनकी गिरफ्तारी के बाद ही इस बड़े घोटाले की जानकारी सबसे पहले पुलिस के समक्ष आई.
Also Read: West Bengal : आज दो नये जिलों की घोषणा कर सकती हैं मुख्यमंत्री
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद पूर्व बर्दवान जिला पुलिस ने बीरभूम से इस अवैध गोरख धंधे का पर्दाफाश कर इसके मास्टर माइंड अल्लारक्खा खान उर्फ राकू को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने बताया की कई जगह छापामारी अभियान चलाकर इस मास्टर माइंड को बीरभूम के लोहार बंधमुरा ग्राम से गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने बताया की पूछताछ में बोलपुर थाने के काशीपुर निवासी राकू से कई और तथ्य मिल सकते है.पूर्व बर्दवान जिला पुलिस सूत्रों के अनुसार कुछ दिन पहले ही बर्दवान शहर के लश्करदिघी इलाके के रहने वाले मीर अबू सिद्दीकी, शेख मनोज उर्फ सराफुद्दीन, लईक अजहरुद्दीन, और शेख मोनिरुल हुसैन को अवैध बालू चालान के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. ये लोग राज्य सरकार के राजस्व अर्थात बालू का फर्जी सरकारी चालान बनाकर कारोबार करते थे.
Also Read: कतर में FIFA World Cup, ब्राजील, अर्जेंटीना और जर्मनी में बंटे कोलकाता के फुटबॉल प्रेमी
गिरफ्तार लोगों से पूछताछ कर पुलिस को और कई जानकारी मिल सकती है. पुलिस पता लगा रही है क्या राज्य के अन्य जिलों में भी इस गैंग के साथ और कोई शामिल है की नही.पूर्व बर्दवान जिला पुलिस अधीक्षक कामनाशीष सेन ने कहा की नकली और फर्जी बालू का सरकारी चालान बनाकर अवैध काम करने वाले गिरोह के किसी भी लोग को नहीं छोड़ा जाएगा. एसपी ने कहा की अभी तक हमलोगों ने मास्टर माइंड समेत इस गिरोह के पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस सूत्रों के अनुसार बर्दवान से घृत शेख मनोज की जानकारी के बाद ही बोलपुर से मास्टर माइंड अल्लारखा खान को गिरफ्तार किया गया. पता चला है कि सरकारी वेबसाइट की नकल करके चालान में गाड़ी का नंबर, तारीख और समय बदला जाता था. चालान के क्यूआर कोड को भी फर्जी तरीके से बदला जाता था.शेख मनोज ने अपने बाकी दोस्तों को यह तरीका सिखाया और फर्जी चालान से बालू का अवैध कारोबार चला रहा था.
Also Read: सुप्रीम कोर्ट से पंचायत चुनाव से पहले ममता सरकार को मिली दुआरे राशन योजना को शुरु करने की मंजूरी
पुलिस को पता चला कि प्रति वाहन कम से कम पांच हजार रुपए प्रति वाहन सरकारी राजस्व का नुकसान हो रहा था. अब तक प्राप्त फर्जी चालानों की गणना के अनुसार यह राशि करीब सवा सौ करोड़ रुपए आंकी गई है.पुलिस इस भारी भरकम राजस्व चोरी के पैसे के ठिकाने का भी पता लगाने का प्रयास कर रही है. साथ ही पूर्व बर्दवान जिला पुलिस इस बात की तह तक जाने का प्रयास कर रही है कि इस गिरोह से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से और कौन-कौन लोग जुड़े हुए है. सूत्रों के अनुसार, अल्लारखा की गिरफ्तारी के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के राजनीतिक दलों के नेताओं ने उसे पुलिस के शिकंजे से बाहर निकालने के लिए कई प्रयास शुरू कर दिया है. पुलिस को फोन कॉल आने लगे है. और इसमें पुलिस ने पुष्टि की है कि इस गिरोह की जड़ें बहुत गहरी हैं.
सूत्रों के मुताबिक यह अल्लारखा सत्ता पक्ष के नेता लालू खान का करीबी रिश्तेदार बताया जाता है. उसकी मदद से ही अल्लारखा बालू के अवैध धंधे में आया है. पुलिस को पता चला है कि इस फर्जी चालान चक्र से जुड़े लोग पूर्व बर्दवान सहित कई जिलों के कई थानों के पुलिस अधिकारियों के साथ नियमित रूप से काम कर रहे थे. पुलिस को बर्दवान के अलावा आउसग्राम, बीरभूम और पश्चिम बर्दवान के कुछ लोगों के इस गिरोह से जुड़े होने का पता चला है. पूर्व बर्दवान जिला पुलिस सूत्रों ने बताया कि उनकी तलाश भी शुरू कर दी गई है. इस गिरोह के सभी लोगों को एक के बाद एक कर गिरफ्तार किया जाएगा. गौ तस्करी और कोयला तस्करी के बाद फर्जी तरीके से सरकारी बालू का चालान बनाकर एक सौ करोड़ से ज्यादा का घोटाला किया गया है यह अपने आप में एक बड़ा घोटाला राज्य में सामने आया हैं.
Also Read: गौ तस्करी मामले में राज्य के पांच आइपीएस अधिकारियों से ईडी जल्द कर सकती है पूछताछ
रिपोर्ट : मुकेश तिवारी पानागढ़