West Bengal News: पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की सांसद शताब्दी रॉय (Shatabdi Roy) 18 दिसंबर (रविवार) को बीरभूम जिला (Birbhum District) के बागटुई नरसंहार (Bagtui Massacre) के मुख्य आरोपी लालन शेख की पत्नी से मिलने उनके घर पहुंचीं. लालन की पत्नी रेशमा बीबी ने टीएमसी सांसद शताब्दी रॉय को देखते ही उनका हाथ पकड़ लिया. कहा, ‘आप ही सबसे पहले मेरे घर आयीं. अब तक कोई मिलने नहीं आया. हम कानून के भरोसे ही लड़ रहे थे. आप आ गयीं, तो हमारी हिम्मत बढ़ी है.’
लालन की पत्नी रेशमा ने शताब्दी रॉय (Shatabdi Roy TMC) से कहा कि न्यायपालिका और पश्चिम बंगाल सरकार पर पूरा भरोसा है. सूत्रों ने बताया कि शताब्दी ने रेशमा बीबी (Reshma Bibi) को आश्वासन दिया कि वह हर तरह से उनके साथ खड़ी रहेंगी. बता दें कि इसी वर्ष 21 मार्च को रामपुरहाट थाना क्षेत्र के बागटुई गांव में एक तृणमूल नेता की बम मारकर हत्या किये जाने के बाद उसके समर्थकों ने 10 लोगों को जिंदा जला दिया था. रेशमा बीबी का पति लालन शेख इस मामले का मुख्य आरोपी था और घटना के बाद से ही फरार चल रहा था.
Also Read: लालन शेख की मौत के मामले में पश्चिम बंगाल सीआईडी ने सीबीआई को जारी किया नोटिस
बागटुई नरसंहार की जांच कर रही केंद्रीय एजेंसी सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) ने 3 दिसंबर की रात को उसे गिरफ्तार कर लिया था. जांचकर्ताओं ने कहा कि पैसे खत्म हो गया, तो लालन इलाके में पहुंचा और सीबीआई की टीम ने उसे धर दबोचा. रामपुरहाट स्थित सीबीआई के अस्थायी कैंप में लालन शेख से पूछताछ की जा रही थी. इसी दौरान 12 दिसंबर को सीबीआई कैंप के शौचालय में लालन शेख ने कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी.
शौचालय में फांसी से लटकता हुआ उसका शव बरामद हुआ था. इसके बाद एक बार फिर पश्चिम बंगाल की राजनीति गरमा गयी. शिलांग के दौरे पर गयीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वहीं से पूछा कि सीबीआई की हिरासत में लालन शेख की मौत कैसे हुई? सीबीआई हिरासत में लालन शेख की मौत की जांच सीआईडी को सौंप दी गयी है. सीआईडी ने जांच शुरू भी कर दी है. इसी बीच बीरभूम की तृणमूल सांसद शताब्दी रॉय लालन के घर पहुंचीं.
Also Read: लालन शेख की मौत के बाद अस्वाभाविक मौत सीबीआई ने शुरू की विभागीय जांच, दिल्ली भेजी रिपोर्ट
उल्लेखनीय है कि अब तक तृणमूल कांग्रेस का कोई नेता लालन के घर नहीं गया था. रेशमा ने शताब्दी रॉय से कहा कि सीबीआई ने सुनियोजित तरीके से उसके पति की हत्या की है. अगर कानून ने लालन को सजा दी होती, तो उसे कोई मलाल नहीं होता. लेकिन अपने पति की ऐसी मौत को वह स्वीकार नहीं कर पा रही है. उसने बंगाल सरकार और सीआईडी पर भी भरोसा जताया. कहा कि जल्द ही लालन की मौत का सच सामने आयेगा.
शताब्दी रॉय ने कहा कि वह संसद के काम से दिल्ली में थीं. इसलिए रेशमा बीबी के घर आने में इतनी देर हो गयी. उन्होंने रेशमा को भरोसा दिलाया है, वह उनके साथ हैं. उन्होंने कानूनी मदद करने की भी बात कही है. शताब्दी के लौटने के बाद रेशमा बीबी ने कहा कि सांसद को देखकर उसकी हिम्मत बढ़ी है.
बीरभूम से मुकेश तिवारी की रिपोर्ट