पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के खैराशोल ब्लॉक के केंद्र गडिया अंचल स्थित भीमगढ़ में मौजूद इस्कॉन मंदिर और सेंटर में अज्ञात बदमाशों द्वारा आग लगाकर समूचे सेंटर और मंदिर को फूंक दिया गया. इस घटना के प्रतिवाद में शनिवार सुबह से ही इस्कॉन भक्त और ग्रामीणों ने सड़क अवरुद्ध कर दिया है तथा इस घटना की तीव्र रूप से चारों तरफ निंदा शुरू हो गई है. घटना के प्रतिवाद में इस्कॉन भक्त और ग्रामीणों ने निंदा करते हुए घटना के प्रतिवाद में मौजूद अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. घटना को लेकर समूचे इलाके में उत्तेजना और तनाव कायम हो गया है.
घटना को लेकर दुर्गापुर और भीमगड़ के इंचार्ज उदय चंद्र दास ने बताया की जिस तरह से इस्कॉन मंदिर और सेंटर को जलाया गया है, यह हिंदुओं और सनातन धर्म पर हमला है. उन्होंने इस घटना की तीव्र निंदा की है और प्रशासन पुलिस तथा सीएम से गुहार लगाया है कि इस घटना के पीछे शामिल अपराधियों को अविलंब गिरफ्तार किया जाए तथा सेंटर का पुनर्निर्माण करवाया जाए .वही पुलिस की व्यवस्था यहां की जाए. श्री दास ने बताया कि इससे पहले भी इस सेंटर में जब वह 8 दिसंबर को आए थे इसी दिन रात के समय अज्ञात बदमाशों ने सेंटर को आग लगाने की कोशिश की थी, हालांकि उस दौरान सेंटर को बचा लिया गया था.
मामले को लेकर विधायक नरेंद्र चक्रवर्ती आदि ने इस घटना की निंदा की थी लेकिन उस वक्त सेंटर नहीं जल पाया था .इसलिए बदमाशों ने इस सप्ताह सेंटर को तेल छिड़ककर आग लगा दिया है जिसके कारण पूरी तरह से सेंटर और मंदिर आग में जलकर राख हो गया है. इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों ने तथा इस्कॉन भक्तों ने मौजूद सड़क को अवरुद्ध कर दिया है. भक्तों की मांग है कि अपराधियों को अविलंब गिरफ्तार किया जाए तथा सेंटर और मंदिर का पुनर्निर्माण करवाया जाए. बताया जाता है कि इस घटना के प्रतिवाद में दुर्गापुर ,पानागढ़, बीरभूम तथा मायापुर आदि इस्कॉन मंदिर से भक्त यहां एकत्रित हो रहे हैं और इस घटना की तीव्र रूप से निंदा कर रहे हैं और प्रतिवाद जता रहे हैं.
रिपोर्ट : मुकेश तिवारी पानागढ़