बिहार के औरंगाबाद जिले में एक हृदय विदारक घटना होने से इलाके में सनसनी के साथ दहशत का माहौल कायम हो गया है. यहां कुएं की तीन लोग सफाई कर रहे थे. इनमें एक मासूम सहित दो लोगों की जहरीले गैस से मौत हो गयी. घटना जिले के देव प्रखंड के के ताकी पंचायत के पड़रिया गांव में गुरुवार की शाम को घटी है.
मृतकों में 70 वर्षीय लाल देव सिंह और राधा मोहन विश्वकर्मा के दस वर्षीय पुत्र प्रकाश कुमार शामिल है. हालांकि इस घटना में राधा मोहन विश्वकर्मा बाल-बाल बच गए जिनका अभी अस्पताल में इलाज चल रहा है. मिली जानकारी के अनुसार राधा मोहन विश्वकर्मा के घर के समीप एक सूखा हुआ पुराना कुआं है. उस कुएं में बारिश के पानी के साथ कचरा जमा हो गया था. इसी कारण राधा मोहन विश्वकर्मा ने अपने पुत्र प्रकाश कुमार को सफाई के लिए कुएं में उतारा लेकिन वह जहरीले गैस से बेहोश हो गया.
प्रकाश के किसी तरह की हलचल नहीं होने से वह खुद कुएं में उतरा और वह भी बेहोश हो गया. कुएं के पास मौजूद कुछ लोगों ने शोरगुल किया तो काफी संख्या में ग्रामीण वहां पहुंच गये. लाल देव सिंह अंतत: कुएं में उतरे लेकिन वो निकल नहीं सके. जैसे-तैसे ग्रामीणों ने तीनों को कुएं से निकाला और इलाज के लिए सरकारी अस्पताल पहुंचाया.
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अस्पताल के डॉक्टरों ने सभी को औरंगाबाद रेफर कर दिया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. सदर अस्पताल के डॉ नदीम अख्तर ने लाल देव सिंह और प्रकाश कुमार को मृत घोषित कर दिया. जबकि राधा मोहन विश्वकर्मा का इलाज किया. इस घटना से सदर अस्पताल का कोना-कोना दहल उठा. काफी देर तक परिजनों की चीत्कार गूंजती रही. अंतत: पुलिस ने प्रक्रिया पूरी की.