बिहार: औरंगाबाद के बारुण थाना क्षेत्र के हबसपुर गांव में गौ ज्ञान फाउंडेशन की टीम के साथ बारुण थाने की पुलिस ने छापेमारी कर 150 से अधिक जानवरों को बरामद किया है. इनमें गाय, भैंस, बाछी, पाड़ी, सांढ़ शामिल है. जानकारी के अनुसार, गौ ज्ञान फाउंडेश को सूचना मिली कि हबसपुर गांव में गो तस्करी का एक बड़ा नेटवर्क चल रहा है. यहां से कंटेनर में भर कर जानवरों को बंगाल व बंगलादेश भेजा जाता है. सूचना पर फाउंडेशन की टीम ने गांव पहुंचकर रेकी कि. फिर पुलिस को सूचना दी.
बुधवार की रात बारुण थाने की पुलिस फाउंडेशन के सदस्यों के साथ पहुंची और छापेमारी शुरू कर दी. मोती सिंह नामक व्यक्ति के घर के समीप बने बड़े गोशाला में दर्जनों पशुओं को रखा गया था. वहां शेड के साथ-साथ बड़े–बड़े नाद भी बने थे. पुलिस की छापेमारी के साथ वहां भगदड़ मच गयी. जिस व्यक्ति की गौशाला है वह व्यक्ति फरार हो गया. उसके घर के तमाम पुरुष पुलिस के डर से भाग निकले. घर में सिर्फ महिलाएं बच गयी. बड़ी बात यह है कि रात 12 बजे से गुरुवार की देर शाम तक टीम के सदस्य के साथ पुलिस गांव में मौजूद थी. बरामद पशुओं को देवकुंड व गया गोशाला भेजने की प्रक्रिया चल रही थी.
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animal smugglimg to bengal पता चला कि 30 पशुओं को गया के एक गोशाला में भेजा गया, जबकि कुछ पशुओं को देवकुंड भेजा गया. एक ट्रक में लगभग 15 पशु रखने की जगह होने की वजह से घंटों अंतराल पर पशुओं को गोशाला भेजा जा रहा था. इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के गौ रक्षा प्रमुख जयनंदन पांडेय, समरसता प्रमुख रंजीत कुमार, मुखिया सुजीत कुमार सिंह, विकाश उर्फ बारुद, शशांक शेखर आदि उपस्थित थे. इधर, गौ ज्ञान फाउंडेशन के आरलता देवी ने बताया कि लगभग 180 पशु बरामद किये गये है. उन्होंने प्राथमिकी दर्ज करने के लिए बारुण थाने में आवेदन दिया है.