दाउदनगर. ओबरा विधानसभा क्षेत्र में आधी आबादी यानी महिला मतदाताओं की संख्या 1,45919 है. ओबरा विधानसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं का करीब 46.8 प्रतिशत प्रतिशत महिला मतदाताओं का वोट तो सभी को चाहिए ,लेकिन कांग्रेस को छोड़ कर किसी भी प्रमुख दल ने अभी तक किसी महिला प्रत्याशी को ओबरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में नहीं उतारा है.
1972 के बाद हुए परिसीमन के बाद 1977 और 1980 के चुनाव में तो कोई भी महिला प्रत्याशी ओबरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में नहीं थी. 1985 में पहली बार कांग्रेस ने कुसुम देवी को चुनाव मैदान में उतारा, जिन्हें 13395 (15.1प्रतिशत) मत प्राप्त हुए और पहले ही चुनाव में उन्होंने अपनी जबरदस्त दावेदारी प्रस्तुत की.
1990 के चुनाव में कोई भी महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में नहीं थी. 1995 के चुनाव में एक बार फिर कांग्रेस ने उन्हें प्रत्याशी बनाया और उन्हें 2645 (2.26 प्रतिशत) मत प्राप्त हुये. 2000 में भी किसी भी दल में किसी महिला को प्रत्याशी नहीं बनाया .
2005 और 2010 में भी किसी भी दल ने किसी महिला को प्रत्याशी नहीं बनाया .2015 में बतौर निर्दलीय प्रत्याशी रिचा सिंह को 18 68 (1.16 प्रतिशत) एवं समाजवादी पार्टी से नीलम कुमारी को 1798( 1.12 प्रतिशत) मत प्राप्त हुए.
इस प्रकार यदि देखा जाये तो महिलाओं का वोट तो सभी दलों को चाहिए, लेकिन किसी भी प्रमुख दल ने (कांग्रेस ने दो बार और समाजवादी पार्टी ने एक बार) को छोड़कर महिला को प्रत्याशी बनाना उचित नहीं समझा.
ऐसा नहीं है कि इस विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न राजनीतिक दलों से महिला नीतियां सक्रिय नहीं हों बल्कि प्राय: सभी प्रमुख राजनीतिक दलों में महिला नेत्रियां पूरी तरह सक्रिय दिखती हैं.
Posted by Ashish Jha