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अवधेश कुमार

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IC 814: The Kandahar Hijack: विवादों के घेरे में कंधार हाइजैक वेबसीरीज

IC 814: The Kandahar Hijack : जब 24 दिसंबर, 1999 को यह सूचना आयी कि काठमांडू से दिल्ली के लिए उड़े विमान का अपहरण हो गया है, तो देश सन्न रह गया. तत्कालीन विदेश राज्य मंत्री अजीत पांजा के 15 मार्च, 2000 को संसद में दिये बयान के अनुसार, शाम 4.53 बजे विमान अपह्वत हुआ तथा तीन मिनट बाद दिल्ली एयर ट्रैफिक कंट्रोल को पहली सूचना मिली.

अपेक्षाकृत कम मतदान होने के मायने

मतदान बढ़ने के बावजूद सरकारें वापस आयी हैं और घटने के बावजूद गयी हैं. इसलिए इसके आधार पर कोई एक निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता.

फारूक की रिहाई का मतलब

सरकार पहले फारूक अब्दुल्ला की रिहाई के प्रभाव का आकलन करेगी. वैसे सरकार ने काफी पहले से जम्मू-कश्मीर में लगी पाबंदियों को खत्म करना शुरू कर दिया था. लगभग सभी पाबंदियां हट चुकी हैं.

लॉकडाउन ही अंतिम विकल्प

आवाजाही और बाहर निकालने पर पूर्ण पाबंदी संक्रमण पैदा होने और उसके विस्तार को रोकने के लिए अपरिहार्य है. निस्संदेह, लोगों को परेशानियां हो रहीं हैं, लेकिन इसे सहन करने का ही विकल्प है.

कोरोना से परास्त होता अमेरिका

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान सामान्य नहीं है कि मैंने फोन पर प्रधानमंत्री मोदी से बात कर उनसे हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन दवा भेजने की गुजारिश की है, ताकि हम कोविड-19 संक्रमितों का बेहतर इलाज कर सकें. उन्होंने कहा कि भारत बड़ी मात्रा में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन बनाता है और मुझे यह कहने में कोई गुरेज नहीं कि अगर भारत हमें दवा भेजेगा, तो हम उन्हें धन्यवाद देंगे.

कठघरे में विश्व स्वास्थ्य संगठन

यह स्वीकरने में कोई समस्या नहीं है कि कोविड-19 संकट के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन एक जिम्म्मेवार, स्वतंत्र, निष्पक्ष और कुशल संगठन के रूप में काम करने में बुरी तरह विफल रहा और उसे आज की भयावह स्थिति के दोष से मुक्त नहीं किया जा सकता.

कश्मीर में जरूरी बंदिशें लागू करें

आतंकवाद के सफाये के लिए चल रहे अभियान ऑपरेशन ऑलआउट की दृष्टि से यहबड़ी सफलता है. लेकिन अगर हम तुलना करें, तो दो मुठभेड़ों में हमारे आठजवान बलिदान हो गये तथा 10 से ज्यादा घायल हुए, तो सफलता का उत्साह कमजोरहो जाता है

चीन की आक्रामकता का जवाब जरूरी

चीन को समझना होगा कि यह बदला हुआ भारत है. इसका प्रमाण उसे डोकलाम में मिल गया था. मौजूदा स्थिति में भारत के पास जवाब देने और तैयार रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.
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